NEWSPR डेस्क। कोरोना से जंग जीतने के लिए दिल्ली में बढ़ते लॉकडाउन का असर गरीब प्रवासी मजदूरों पर पड़ रहा है। फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं। लोगों की आय का जरिया ही समाप्त हो गया है। उनके पास घर का किराया देने के पैसे तक नहीं हैं, ऐसे में मजबूर होकर ये लोग अपने गांव जाने के लिए निकल पड़े हैं।
आज दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल पर ऐसे लोगों की भीड़ है जो मजूबरन आर्थिक तंगी के कारण इस कोरोना काल में अपने-अपने गांवों को निकल पड़े हैं। प्रवासी कामगार रामजी कहते हैं कि मैं आरा (बिहार) में अपने घर वापस जा रहा हूं। कंपनी बंद है। हम कितने दिन भूखे रहेंगे, इसलिए मैंने सोचा कि वापस चला जाऊं। मेरी माँ की भी घर पर हालत गंभीर है।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर लॉकडाउन लगाने के बाद से काबू में आती दिख रही है, लेकिन अब भी सक्रिय मरीजों की संख्या को कम करना बहुत जरूरी है। ऐसे में सरकार ने लॉकडाउन को 24 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। 20 अप्रैल के बाद से दिल्ली में लगातार लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है, जिसके कारण प्रवासी मजदूर की आविजिका बंद हो गई है।