पटना : बिहार-झारखंड की सीमा पर पड़ने वाला रजौली विधानसभा (सुरक्षित) क्षेत्र इस बार के विधानसभा चुनाव में हॉट सीट बनने जा रहा है। नवादा जिला का रजौली विधानसभा सीट वर्तमान में राजद के कब्जे में है। आपको बतादें कि यहां से विधायक प्रकाश वीर हैं। अब जरा वहां के वोटरों को आंकड़ों के जरिए समझते हैं।
कुल मतदाता – 302548
पुरुष मतदाता – 158405,
महिला मतदाता – 144143
अब तक के विधायक की बात कि जाए तो रामस्वरूप प्रसाद यादव, एम देवी, बाबूलाल, बनवारी राम, राजाराम पासवान, नंद किशोर चौधरी, बनवारी राम, कन्हैया रजवार रहे हैं। प्रकाश वीर ने यह सीट बीजेपी से छिनी है। प्रकाश वीर उस वक्त जीते हैं वो भी काफी कम अंतर जब राजद के साथ जेडीयू थी।
इस बार हवा उनके विपरीत नजर आ रही है। रजौली का जनता से आप जब बात करेंगे तो उनके खिलाफ बयार का पता आपको चल जाएगा। जनता का गुस्सा भी लाजमी है। नाराजगी सबसे ज्यादा युवाओं में है। आज की तारीख में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं है जहां जाकर बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकें। लड़कियों के लिए एक भी बालिका महाविद्यालय नहीं बनवा सके प्रकाश वीर। नाम नहीं छापने की शर्त पर उनके ही काफी नजदीकी राजद के कार्यकर्ता कहते हैं कि वो क्षेत्र में विकास के लिए मिलने वाले फंड का भी सौदा कर दिया है।
अब आपको अंदर की खबर बताते हैं। पहले आप ये जान लीजिए की प्रकाश वीर को टिकट किसने दिलवाया। पूर्व मंत्री राजबल्लभ यादव जो कि नवादा और आसपास के कई विधानसभा क्षेत्र में अपना प्रभाव रखते हैं और उन्हीं के कहने पर राजद ने प्रकाश वीर को टिकट दिया था और राजबल्लभ यादव की कृपा से वो विधानसभा भी पहुंचे। लेकिन पिछले दिनों राजबल्लभ यादव के जेल जाने के बाद प्रकाश वीर उनके रेडार से बाहर हो गये।
वहीं जनता के उम्मीदों पर पानी भी फेर दिया। अब जनता प्रकाश वीर से कम राजबल्लभ यादव से सवाल पूछ रही है कि आपने जो उम्मीदवार दिया था वो आज की तारीख में जनता को तो भूल गई ही साथ ही यादव जी के किए गये वादे को भी भूल गई। और हां एक बात ये भी जान लीजिए कि लोकसभा चुनाव में सबसे कम वोट राजबल्लभ यादव को रजौली विधानसभा में ही पड़े थे। ऐसे में मंत्री जी के समर्थक विधायक प्रकाश वीर के कारनामे को जेल में सजा काट रहे राजबल्लभ यादव तक पहूंचा चुके हैं। खबर ये भी है के इस बार राजबल्लभ यादव प्रकाश वीर की जगह किसी और की सिफारिश कर सकते हैं।