NEWSPR डेस्क। वैशाली पातेपुर के मौदह डीह गांव में शौच के लिए चंवर में गए नाबालिग की जेसीबी से खोदे गए पानी भरे गहरे गड्ढे में डूबने से मौत हो गई थी। जिसके 18 घंटे बाद मौके पर एसडीआरएफ की टीम ने मृतक के शव को पानी से ढूंढ निकाला है। नाबालिग गौरव कुमार का शव बरामद होते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
वहीं घटनास्थल पर पहुंचे पातेपुर विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन ने मृतक के परिजनों का ढांढस बधाया और दुख जताया। मौके पर मौजूद पातेपुर थानाध्यक्ष रामशंकर कुमार ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया। पातेपुर थाना क्षेत्र के मौदह डीह गांव निवासी मसुधन सिंह का 17 वर्षीय पुत्र गौरव कुमार शनिवार की शाम अपने साथियों के साथ गांव के ही चंवर की ओर गया था। जहां शौच के आभास होने पर चंवर के किनारे जाने के क्रम में पैर फिसलने से जेसीबी द्वारा खोदे गए पानी भरे गहरे पानी मे गिर गया था।
जहां डूबने से उसकी मौत हो गई थी। नाबालिग के काफी देर तक नही लौटने पर साथ गए उसके दोस्तों ने इसकी जानकारी गौरव के परिजनों एवं ग्रामीणों को दी थी। जानकारी मिलते ही भारी संख्या में लोग चंवर के किनारे पहुंच कर शव को ढूंढने के काफी प्रयास किया था। परंतु रात हो जाने के कारण शव की बरामदगी नही हो सकी थी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय विधायक ने वैशाली डीएम से बात कर मौके पर एसडीआरएफ की टीम भेजने के लिए कहा था। रविवार की अहले सुबह एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच कर शव का तलाश शुरू किया था। लगभग दो घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने गहरे पानी से गौरव के शव को बाहर निकाला।
शव के बाहर निकलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंचे विधायक ने पातेपुर सीओ मुन्ना प्रसाद को मौके पर बुलाकर मृतक के परिजनों को सरकार द्वारा मिलने वाली आपदा राहत कोष से उचित मुआवजा देने का निर्देश दिया। इस मौके पर मौजूद विधायक प्रतिनिधि इंद्रजीत सिंह, इंडिया कुमार, धनेश मिश्रा, नरेश राय, शिक्षक रमेश पासवान आदि लोगो ने मृतक के परिजनों को सांत्वना दी।
वैशाली से प्रिंस कुमार की रिपोर्ट