आसमान में टकरा गए मिराज और सुखोई फाइटर प्लेन, हादसे में एक पायलट की मौत, दो गंभीर रूप से घायल

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में शनिवार को भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए, जिसमें एक विंग कमांडर की मौत हो गई। इस हादसे में दो अन्य पायलट सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहे। सुखोई-30MKI और मिराज-2000 लड़ाकू विमान युद्धाभ्यास का अभ्यास कर रहे थे तभी हादसा हुआ। हादसे का मुख्य कारण दोनों विमानों का आपस में टकराना बताया जा रहा है। हालांकि एयरफोर्स ने विमान हादसे की जांच के आर्डर दिए हैं। एयरफोर्स के अनुसार के अनुसार अभी तक ये साफ नहीं हुआ है कि हादसा किसी पक्षी के टकराने या फिर तकनीकी खराबी के कारण हुआ है।

हादसे की जानकारी पुलिस अधिकारियों ने। मुरैना एसपी आशुतोष बागरी ने इस दुर्घटना की पुष्टि की। घायल पायलटों को मिलिट्री अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। 50 से अधिक सैन्य कर्मियों ने पिछले पांच वर्षों में विमान और हेलीकाप्टर दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाई है।

वहीं इस मामले में एक अधिकारी ने बताया कि हादसा किस कारण से हुआ इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि दोनों विमानों के पंखे आपसे में टकरा गए जिस कारण से यह हादसा हुआ है। उन्होंने कहा कि हादसे की जांच जारी है। दोनों लड़ाकू विमानों में से किसी में एक कोई खराबी भी हादसे की वजह हो सकती है या किसी पक्षी के टकराने से भी हादसा हो सकता है। फिलहाल इसकी जांच जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि सुखोई-30 एमकेआई विमान के दो पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए, जबकि मिराज-2000 के पायलट की मौत हो गई। भारतीय वायुसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमान आज सुबह ग्वालियर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए।’’ बयान में कहा गया है कि दोनों विमान नियमित परिचालन उड़ान प्रशिक्षण अभियान पर थे। वायुसेना ने कहा, ‘‘इन विमानों के तीन पायलट में से एक पायलट को घातक चोटें आईं। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दे दिया गया है।’’

मुरैना के जिलाधिकारी अंकित अस्थाना ने बताया कि दोनों विमानों का मलबा जिले के पहाड़गढ़ इलाके में गिरा। उन्होंने कहा कि मलबे का कुछ हिस्सा राजस्थान के भरतपुर क्षेत्र में भी गिरा, जो मध्य प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है। अधिकारी ने कहा कि दोनों लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, जो भारतीय वायुसेना का एक अड्डा है। अस्थाना ने बताया कि हादसे में दो पायलट बच गए।

उन्होंने बताया कि दूसरे पायलट का शव पहाड़गढ़ इलाके में मिला। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने वायुसेना के दो विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को दी। दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश जारी किया गया है। इसके पीछे के सटीक कारणों का पता लगाया जा रहा है।

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