बिहार में होम आइसोलेशन वाले मरीजों की निगरानी शुरू, HIT कोविड ऐप की मदद से 1 हजार मरीजों पर नज़र, जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती होंगे कोरोना पॉजिटिव

Patna Desk

NEWSPR डेस्क।बिहार में होम आइसोलेशन के मरीजों पर नज़र रखी जा रही हैं। जिससे उनकी हालत बिगड़ने पर जल्द से जल्द उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके।सरकार ‘HIT कोविड’ ऐप के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे एक हजार कोरोना संक्रमित मरीजों पर निगरानी रखनी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि शुक्रवार से हिट ऐप का क्रियान्वयन राज्य में शुरू कर दिया गया है।

बता दें कि शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमृत ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में इस ऐप से काफी सुविधा हई थी। करीब 1.5 लाख मरीजों पर निगरानी रखने में मदद मिली थी। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि HIT ऐप को लेकर दो दिन आशा कर्मियों और ANM को ट्रेनिंग दी गई थी।

होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की निगरानी की संख्या और बढ़ेगी। वहीं अपर मुख्य सचिव ने भी सभी जिलों के डीएम को HIT ऐप को पुन: उपयोग करने का निर्देश दिया। ऐप के माध्यम से निगरानी के बाद आवश्यकता पड़ने पर मरीजों को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर या कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

संक्रमण के अधिक मरीज शहरी क्षेत्र में

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मरीज ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में अधिक है। राज्य में अभी 34 हजार 84 सक्रिय मरीज है। इनमें पटना में ही 13,927 सक्रिय मामले हैं। वहीं मुजफ्फरपुर,मुंगेर सहित अन्य छोटे-छोटे शहरों में भी सक्रिय मरीज अधिक हैं। राज्य के 391 प्रखंडों में कोरोना संक्रमण का प्रसार है।

संक्रमित को पूरी तरह स्वस्थ होने में दो सप्ताह लग रहे

राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ होने में 10 से 14 दिन लग रहे है। कोरोना संक्रमित निगेटिव होने के बावजूद सर्दी और खांसी का असर लंबे समय तक रह रहा है। कई में एलर्जी की भी परेशानी सामने आ रही है। देशभर में संक्रमितों के स्वस्थ होने का औसत समय 5 से 7 दिन है।

5.93 करोड़ पहली डोज दी गई  

बता दें कि राज्य में 5.95 करोड़ कोरोना टीकाकरण लक्ष्य के विरुद्ध अबतक 5.93 करोड़ टीके की पहली डोज दी जा चुकी है। वहीं 4.44 करोड़ दूसरी डोज दी गई है। 15 से 18 वर्ष के किशोरों को 25 लाख डोज दी गई है। वहीं 1.88 लाख बूस्टर डोज दी जा चुकी है।

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