बिहार में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना बढ़ गई है। रविवार को भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के 24 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
📍 दक्षिण, मध्य और पश्चिम बिहार में बारिश के आसार
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, राज्य के दक्षिणी, मध्य और पश्चिमी भागों में तेज बारिश के साथ 30–40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। वहीं, अन्य 14 जिलों में मौसम आंशिक रूप से सामान्य बने रहने की संभावना जताई गई है।
🌊 कोसी का जलस्तर बढ़ा, नाव से आना-जाना कर रहे लोग
सहरसा में कोसी बराज से छोड़े गए 82,865 क्यूसेक पानी ने कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा दिया है। इससे निचले इलाकों के ग्रामीणों को नावों के सहारे आवाजाही करनी पड़ रही है। वहीं, वैशाली के बिदुपुर-जिमदारी घाट पर पीपा पुल हटाए जाने से लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं, जिससे वे ओवरलोड नावों से गंगा पार करने को मजबूर हैं।
🔥 गर्मी भी बनी परेशानी
बारिश के बीच भीषण गर्मी ने भी लोगों को राहत नहीं दी। शनिवार को गोपलगंज का तापमान 39°C तक पहुंच गया, जो पूरे राज्य में सबसे ज्यादा रहा। मोतिहारी (37.2°C) और दरभंगा (36.8°C) में भी पारा उछाल पर रहा। पटना में तेज धूप और उमस से लोगों को दिनभर असहजता का सामना करना पड़ा।
💧 जलजमाव से परेशान शहरवासी
बक्सर में शनिवार को हल्की बारिश, जबकि सासाराम में महज आधे घंटे की बारिश से शहर के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई। इससे शहरवासियों की दिनचर्या प्रभावित हुई।
⛈️ अगले 48 घंटे अहम: आंधी-बारिश की आशंका
मधुबनी, सुपौल, अररिया, भागलपुर और पश्चिम चंपारण जैसे जिलों में आज तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, 30 जून को पटना सहित पूरे राज्य में आंधी और भारी बारिश की संभावना है। खासतौर पर पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद जिलों के लिए भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
⚠️ प्रशासन को सतर्कता बरतने के निर्देश
मौसम विभाग ने जिला प्रशासन को हालात पर नज़र रखने और आपदा प्रबंधन दलों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। येलो अलर्ट वाले जिलों में स्थानीय प्रशासन लोगों से सावधानी बरतने और घर के भीतर रहने की अपील कर रहा है।
🛑 लोगों के लिए जरूरी सलाह
मौसम विभाग की ओर से आम जनता को निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:
- बारिश और वज्रपात के दौरान बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें।
- खुले मैदान, खेत या पेड़ के नीचे शरण न लें।
- मौसम संबंधित अपडेट के लिए मोबाइल ऐप्स या आधिकारिक सरकारी सूचनाओं पर ध्यान दें।