बिहार में मानसून फिर से देगा दस्तक, कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट

Jyoti Sinha

पटना: बिहार में मानसून एक बार फिर खतरनाक रूप लेने को तैयार है। राज्य की प्रमुख नदियाँ जैसे गंगा, सोन, कोसी और बागमती उफान पर हैं, जिससे बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर बिहार के कई जिलों में भारी बारिश और ठनका गिरने की चेतावनी जारी की है।

उत्तर बिहार में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया में येलो अलर्ट घोषित किया है। वहीं मुजफ्फरपुर सहित उत्तर बिहार के 19 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां तेज बारिश के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की संभावना है।

30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

रविवार को मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। कई जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने और गरज के साथ बारिश होने की आशंका जताई गई है। मानसून ट्रफ लाइन इस समय मुजफ्फरपुर के ऊपर से होकर गुजर रही है, जिससे पूरे उत्तर बिहार में अधिक वर्षा और आंधी-तूफान की संभावना बनी हुई है।

पटना में हल्की बारिश, लेकिन उमस बरकरार

राजधानी पटना में रविवार सुबह से रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है, लेकिन गर्मी और उमस से कोई राहत नहीं मिली है। शनिवार को पटना में अधिकतम तापमान में 0.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 1.7 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 56% आर्द्रता के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से परेशान होना पड़ा।

बढ़ सकता है नदियों का जलस्तर, बाढ़ का खतरा

IMD ने आगाह किया है कि आगामी बारिश के चलते गंगा, बागमती, कोसी और अन्य नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। सरकार ने सभी जिलों के आपदा प्रबंधन विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है और स्थिति पर कड़ी निगरानी की जा रही है।

सुपौल सबसे गर्म जिला, बारिश का इंतजार

शनिवार को पूरे बिहार में बारिश नहीं हुई, जिससे गर्मी चरम पर रही। सुपौल में सबसे अधिक तापमान 38.2°C दर्ज किया गया। इसके अलावा खगड़िया (37.6°C), मोतिहारी (37°C), दरभंगा और गोपालगंज (36.8°C) सबसे गर्म जिलों में रहे। दक्षिण बिहार के जिलों — पटना, गया, बक्सर और भागलपुर में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

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