सोनू भारती, चतरा
चतरा: जिस मां के दो-दो बेटे सरहद की सुरक्षा में लगे हैं। उसी मां का सुहाग खतरे में है। गांव के कुछ दबंगों ने सेना के इन जवानों के पिता को भूमि विवाद में पीट-पीट कर न सिर्फ अधमरा कर दिया बल्कि खेती बारी करने पर भी रोक लगा दिया है। पिता का उपचार सदर अस्पताल में चल रहा है।
मामला चतरा जिले के हंटरगंज प्रखण्ड के ढोलिया गांव का है। जहां गांव के ही विश्वनाथ यादव, दिलचंद यादव सहित अन्य लोगों पर देश की रक्षा में बार्डर पर तैनात सैनिकों के पिता ब्रजेश सिंह को सिर्फ इसलिए बुरी तरह से मारकर अधमरा कर खेत मे फेंक दिया कि उन्होंने अपनी खेत को बाजबरन जोत रहे लोगों को खेत जोतने से रोका। चूंकि जिस खेत की जुताई दबंगों द्वारा की जा रही थी, उसका मामला न्यायालय में चल रहा है। इसी बात को ब्रजेश सिंह ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो उन्हें बुरी तरह से पीटकर अधमरा कर दिया गया। मामले को लेकर एसडीओ चतरा राजीव कुमार ने हंटरगंज सीओ को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए थे। परन्तु सीओ के लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना घटी।
पीड़ित ब्रजेश सिंह की पत्नी सुषमा देवी ने बताया कि मेरे दो-दो बेटे देश की रक्षा के लिए श्रीनगर में तैनात हैं परन्तु हमारे परिवार की जान आज खुद खतरे में है। जब हमारी रक्षा स्थानीय प्रशासन नहीं कर रहा है तो आम जनता से क्या उम्मीद करना। उन्होंने कहा कि मेरे पति खाद्य-पदार्थ लाने पाण्डेयपुरा जा रहे थे। इसी क्रम में खेत जुताई होते देखकर उन्होंने रोका तो जोतने वालों ने न सिर्फ उन्हें मारकर खेतों में ही फेंक दिया, बल्कि उनका मोबाइल व पैकेट से दो हजार रुपये भी छीन लिए।
वहीं आरोपी विश्वनाथ यादव ने बताया कि जिस जमीन को हम जोत रहे थे वह हमारी जमीन है और इस पर हम खेती करते आ रहे हैं। उसने बताया कि जमीन पर 144 लगा हुआ है। मामला रांची कोर्ट, चतरा कोर्ट, एसडीओ कोर्ट में भी चल रहा है परन्तु जब तक कोर्ट का आर्डर नहीं होगा तब तक हम खेत को जोतेंगे। उसने बताया कि इस दौरान हम किसी का कहना नहीं मानेंगे। इधर थाना प्रभारी हंसे उरांव ने बताया कि ढोलिया में भूमि विवाद में मारपीट का मामला सामने आया है। इस मामले में एक दर्जन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है।