NEWSPR डेस्क। कल नहाय खाय के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत हो जायेगी, और लोग इसको लेकर तैयारी में जुट गए हैं । चार दिनों तक चलनेवाले लोक आस्था के इस महापर्व में सबसे ज्यादा किसी चीज का खयाल रखते हैं वो है साफ सफाई । साफ सफाई इस महापर्व का मूल मंत्र है। एक ओर जहां पूरे देश मे लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं और लोग इस महंगाई से हलकान है। वहीं इस महापर्व पर भी महंगाई ने अपनी आंखें तरेरे हुए है । फल, सब्जियां, पूजन सामग्री, कपड़े और लगभग सभी चीजों पर बेतहासा मूल्य बृद्धि हो चुकी है और इसे नियंत्रित करने वाला कोई नहीं है । ऐसे में इस महापर्व पर व्रती काफी परेशान तो है ही साथ मे कुछ ऐसी चीजें है जिसे बनानेवाले भी काफी परेशान हैं ।
इस महापर्व में दउरा और डगरा का विशेष महत्व है। ये वो चीज हैं जिसका इस महापर्व में खासा महत्व है । इसी दउरा, डगरा, सुपली में छठ ब्रती अपने सभी पूजन सामग्री को रखते है और भगवान भास्कर का पूजन करते है और छठ महापर्व मनाते हैं । खास बात ये भी है कि इसे एक खास समुदाय के द्वारा ही बनाया जाता है और वे लोग इसे बनाकर अच्छी कमाई करते थे लेकिन महंगाई की मार ने इनके माथे पर भी पसीना ला दिया है ।बांस बल्ले की कीमतों में बेतहासा बृद्धि से ये समाज काफी परेशान हैं। आलम ये है कि दिन भर की कड़ी मेहनत के बाद भी इनका लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा है जिससे ये काफी परेशान हैं। लागत मूल्य में बेतहासा बृद्धि तो हुई ही है। साथ मे इन चीजों के खरीददार भी काफी कम हो गए हैं जिससे इनके सामने रोज़ी रोटी की समस्या उत्पन्न हो रही है। दउरा विक्रेता इससे संकट में हैं। कुल मिलाकर ये कहा जाय कि इस महंगाई के दौर में अब लोगों का व्रत करना भी मुश्किल हो रहा है।
मोतिहारी से धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट…