NEWSPR डेस्क। मोतिहारी में RTI विपिन अग्रवाल हत्याकांड के तीन सप्ताह वितने के बाद भी मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नही होने व हरसिद्धि थाना पुलिस की कार्यकलाप से असंतुष्ट परिजनों से अरेराज -छपवा सड़क को जामकर जमकर हंगामा किया। वहीं मृतक आरटीआई कार्यकर्ता की पत्नी ने न्याय नही मिलने पर हाथ का नस काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की। वहां मौजूद लोगों की कोशिश के बाद वो बच सकी। परिजन आरटीआई हत्याकांड के मुख्य सरगना सहित उसमें शामिल सभी की गिरफ्तारी व सजा दिलाने की मांग पर अड़े हैं। न्याय की मांग को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता की पत्नी अपने पूरे परिवार के साथ सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इससे सड़क जाम हो गया। सूचना पर हरसिद्धि पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और जाम हटाने की कोशिश की । सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई है।
परिजनों ने अरेराज -छपवा सड़क को जाम कर हंगामा किया। वहीं हरसिद्धि थाना पुलिस पर भी अपराधियों को मदद करने का आरोप लग रहा है। घटना के तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी गिरफ्त में नहीं आना, पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। आपको बता दें 24 सितंबर को दिनदहाड़े प्रखण्ड गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल को अपराधियों ने गोलियों से भून दिया था। परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया था ।घटना के बाद एसपी नवीन चन्द्र झा द्वारा गठित एसआईटी टीम ने दो अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया । वहीं घटना में शामिल तीन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है ।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि हरसिद्धि बाजार की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए 20 लाख में आठ लोगों द्वारा सुपारी देकर हत्या करवाया गया था । पुलिस गिरफ्तार अपराधियों के निशानदेही पर अग्रतर करवाई में जुटी है ।अपराधियों द्वारा बताए गए एक भजपा के नेता को पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद पीआर बॉन्ड पर छोड़ा गया था। खुलासे के बाद भी करवाई नहीं होने से नराज मृतक RTI कार्यकर्ता की पत्नी ने आज खुदकुशी की कोशिश की। साथ ही सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया। इस दौरान जिला के वरीय पदधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़ गयी। जिससे घंटों सड़क जाम रहने से गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी ।