रिम्स शासी निकाय परिषद की बैठक को अविलम्ब बुलाने के लिए सांसद संजय सेठ और कांके विधायक समरी लाल ने झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण काल में रिम्स ने संक्रमितों के उपचार में अच्छी भूमिका निभाई। विशेष रूप से राज्य के ऐसे नागरिक जो आर्थिक रूप से कमजोर थे। उनके उपचार में रिम्स के चिकित्सकों और अन्य पारा मेडिकल कर्मियों ने जो सेवा की वह प्रशंसनीय है। कोरोना के बाद ब्लैक फंगस, व्हाइट फंगस जैसी कई अन्य समस्याएं आकर खड़ी हो गई हैं। इसके अतिरिक्त विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बार-बार हमें आगाह कर रहे हैं। ऐसी आशंका भी जताई जा रही है कि तीसरी लहर का असर हमारे राज्य के नौनिहालों पर पड़ने वाला है।
रीजनल आई इंस्टीट्यूट बनकर तैयार
दोनों ने पत्र में लिखा है कि रिम्स परिसर में 2014 से ही रीजनल आई इंस्टीट्यूट निर्माणाधीन चल रहा है। यह अब अंतिम चरण में है। इसमें 8 ऑपरेशन थिएटर और 120 बेड का अस्पताल प्रस्तावित है। आवश्यकता के अनुसार इसकी क्षमता बढ़ाई भी जा सकती है। आने वाले तीन-चार माह के बाद इसका उपयोग किया जा सकेगा। इस पर चर्चा के लिए रिम्स के शासी निकाय परिषद की बैठक अविलंब बुलाई जाए ताकि इसका संचालन आरम्भ करने से सम्बन्धित विस्तृत चर्चा हो सके।
जल्द कराई जाए बैठक
पत्र में दोनों नेताओं ने विश्वास जताया है कि इस विषय पर ध्यान देते हुए शीघ्र शासी निकाय परिषद की बैठक बुलाई जाए। ताकि राज्य की जनता को उपचार की दिशा में बेहतर संसाधन मुहैया कराया जा सके ।साथ ही आने वाले संक्रमण के खतरों से बचाव में रिम्स अस्पताल हमारे लिए सहायक साबित हो सके l