NEWSPR डेस्क। मुंगेर में पिछले 5 महीने से बिना दवा और व्यवस्था का संचालित हो रहा जिले का एक मात्र चिकित्सालय की हालत खराब है। सदर अस्पताल के पीछे देसी चिकित्सा अस्पताल का हाल बेहाल है। जर्जर भवन को देखकर कहीं से यह अस्पताल प्रतीत नहीं होता। अब मरीज भी दवा के अभाव में इलाज कराने नहीं आ रहे।
किराए के मकान में संचालित 6 कमरे वाले जिला संयुक्त औषधालय देसी चिकित्सा में आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक पद्धति से मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। परंतु देशी अस्पताल की बदहाली ऐसी है कि आवंटन के अभाव में बिना दवा के ही चल रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में दवा की खरीदारी नहीं हो पाने के कारण दवा का स्टॉक बिल्कुल समाप्त हो गया है। अस्पताल में न तो यहां कोई चपरासी है और ना ही कोई कम्पाउंडर।
आयुर्वेद और यूनानी डॉ ही खुद अपने कमरे मे झाड़ू लगाकर कार्यालय की साफ-सफाई करते हैं। मरीजों को पुर्जी पर दवा लिख कर दवा भी देते हैं। अस्पताल परिसर में बंधी बकरी देखकर कहीं से भी यह भवन अस्पताल नहीं लगता है। देसी अस्पताल का भवन इस कदर जर्जर है कि कभी भी मरीज या डॉ के सर पर छत का चट्टान टूट कर गिर सकता और लोग घायल हो सकते हैं। जानकारी के अनुसार इस देसी अस्पताल में प्रतिदिन 70 से 80 लोग इलाज कराने पहुंचते हैं। जिसमें अधिकांश गठिया, आमबात, जोड़ दर्द, ल्यूकोरिया आदि के मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. मो.अलीमुद्दीन और यूनानी चिकित्सक डॉ.आबिद असगर ने बताया कि चपरासी व कंपाउंडर नही रहने के कारण वह खुद ही अपने कक्ष में झाड़ू लगाते हैं और मरीज को दवा लिख कर गोदरेज से निकाल कर भी देते हैं।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में आवंटन नहीं रहने के कारण अब तक दवा की खरीद नहीं की जा सकी है। जबकि एक्सपायर हो चुकी करीब 50 हजार रुपए की दवाएं कई वर्षों से यहां पड़ी है। एक्सपायरी दवाओं के डिस्पोजल के लिए कई बार विभाग को पत्राचार किया गया। विभागीय निर्देश नहीं मिलने के कारण एक्सपायरी दवाएं पड़ी हुई है।
पिछले वित्तीय वर्ष में 03 लाख रुपए की दवा खरीदी गई थी। जिसमें यूनानी और आयुर्वेद के लिए 38 प्रकार की दवाएं शामिल है। उसी में से कुछ दवाएं बची है, जिससे मरीजों का उपचार फिलहाल किया जा रहा है। जिला देसी चिकित्सालय में एक प्रभारी, डॉक्टर के 03, क्लर्क के 01, कम्पाउंडर के 03 तथा चपरासी का 03 पद स्वीकृत है। स्वीकृत पद के विरुद्ध वर्तमान में आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.मो.अलाउद्दीन और यूनानी चिकित्सक डॉ. आबिद असगर कार्यरत हैं। जबकि होम्योपैथी के डॉ का पद 02 साल से रिक्त पड़ा है। जबकि एक क्लर्क व एक डाटा ऑपरेटर कार्यरत हैं।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट