NEWSPR डेस्क। मुंगेर डीएम की अध्यक्षता में जीविका द्वारा ताड़ी उत्पादन व बिक्री में पारंपरिक रूप से ज़ुड़े परिवार के सर्वेक्षण के लिए मास्टर ट्रेनर की एक कार्यशाल का आयोजन किया गया। आयोजन का मुख्य कारण ताडी से नीरा बना पुनः उन परिवारों की जीविका को जाती देना है।
बता दें कि बिहार में शराब बंदी के बाद ताड़ के ताड़ी से अपना व्यवसायी कर आजीविका चलाने वाले परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर होने लगे। ऐसे में सरकार की एक अच्छी पहल है जिसमें ताडी से नीरा बनाकर बाजार में बेचने की सारी रूप रेखा तैयार कर उन परिवारों को पुनः आर्थिक रूप से पटरी पर लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। जिसके तहत जिले में ऐसे परिवार का सर्वे किया जाएगा जिनमें ताड पेड़ो की गिनती को लेकर आज जीविका द्वारा पंचायतीराज शभागर में मास्टर ट्रेनर का एक कार्यशाला आयोजित किया गया।
जो यहाँ से प्रशिक्षण प्राप्त कर जिले प्रखण्ड स्टार से लेकर पंचायत स्तर पर ट्रेनिग देकर सर्वे का काम पूरा करवाया गया। इस मौके पर डीएम ने बताया कि ताडी पर निर्भर रहने वाले परिवार को अब आर्थिक कठिनाई नहीं होगी। जिला प्रसासन द्वारा नीरा उत्पादन को लेकर प्लांट लगाने से लेकर नीरा को बाजार मुहैया करवाने तक की रूप रेखा तैयार की जा रही है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट