NEWSPR डेस्क। तेजी के साथ बढ़ते साइबर ठगी के मामलों की रोकथाम और आरोपियों की धरपकड़ के लिए साइबर क्राइम व सोशल मीडिया यूनिट (सीसीएसएमयू) की स्थापना पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की गयी है. पिछले दो-तीन वर्षों से यह पुलिस अधीक्षक आवास स्थिति गोपनीय शाखा में कार्यरत था. जहां आसानी से साइबर अपराध के पीड़ित अपनी शिकायत दर्ज नहीं कर पाते थे. जो मामला थाना में दर्ज होता था सिर्फ उसी की मॉनेटरिंग होती थी.
जब पुलिस अधीक्षक के रूप में जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने पदभार ग्रहण किया तो इस कार्यालय की गतिविधियों की समीक्षा की. तब उन्होंने आवश्यकता महसूस किया कि यह कार्यालय गोपनीय में नहीं बल्कि ऐसे स्थान में खुले जहां पीड़ित आसानी से अपना शिकायत दर्ज करा सके. जिसको लेकर पुलिस ऑफिस में एक कमरे में साइबर क्राइम व सोशल मीडिया यूनिट खोला गया है. जो कार्यालय अवधी तक वहां कार्यरत रहता है और जो पीड़ित व्यक्ति शिकायत आता है उस पर त्वरित कार्रवाई करते है.पुलिस अधीक्षक जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने कहा कि साइब सेल पहले से ही गोपनीय से संचालित हो रहा था. जहां पीड़ित आसानी से अपनी शिकायत लेकर नहीं पहुंच पाते थे. जिसके कारण कई पीड़ितों की शिकायत दर्ज नहीं हो पाती थी. इसलिए पुलिस ऑफिस में साइबर क्राइम व सोशल मीडिया यूनिट (सीसीएसएमयू) खोला गया है. ताकि साइबर अपराध से पीड़ित पक्ष यहां आसानी से पहुंच कर अपना शिकायत दर्ज करा सके. यूनिट तत्काल उस पर कार्रवाई करेंगी.पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस कार्यालय में कुल पांच कर्मी तैनात है. जिसमें इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी है. जिन्हें यूनिट का इंचार्ज बनाया गया है. इंसपेक्टर प्रदीप कुमार इसके इंचार्ज है. जबकि एक प्रोग्रामर एवं 3 डाटा इंट्री ऑपरेटर है. दो लैप टॉप, दो कंप्यूटर सेट, हार्ड डिस्क, एक गाड़ी एवं तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराया गया है. जो यहां आने वाले आवेदन को लेकर न सिर्फ थाना जायेंगे, बल्कि उसका तकनीकी जांच में कांड के अनुसंधानकर्ता को मदद करेंगी.