मुंगेर जिला में पिछले एक सप्ताह से पछुआ हवा चलने के कारण ठंड में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। न्यूनतम तापमान सात डिग्री पर पहुंच गया है। इससे कंपकंपी बढ़ गई है। जिस कारण सदर अस्पताल में मौसमी बीमारी के साथ सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। और वार्डों में भी एडमिट मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ पर अस्पताल में मरीजों को ठंड से बचने के लिए पूरी व्यवस्था नहीं की गई है। जिस कारण मरीज और उसके परिजन ठंड में कंपकपाते हुए रात गुजारने को मजबूर है ।
सदर अस्पताल के दो पुरुष वार्ड में लगे चार में से दो ब्लोअर खराब हैं। तो महिला वार्ड में ब्लोअर लगा ही नहीं है। कई मरीज तो घर से कंबल और हीटर तक ला अपने मरीजों को ठंड से बचाते दिखे। महिला वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि इस वार्ड मे काफी ठंड लगता है । उनके मरीजों को जो कंबल दिया गया है उससे ठंड नहीं जा पाता है । यहां तक कि इस वार्ड में ब्लोअर भी नहीं लगा जिससे कि ठंड से निजात मिल पाय । वहीं सदर अस्पताल में डीएस डॉ० रमण ने बताया कि सदर अस्पताल में मरीजों को ठंड से बचाने के लिए कंबल तो दिए ही जा रहे साथ में वार्डों को गर्म रखने के लिए ब्लोअर भी लगाया गया है । साथ ही बताया कि कुछ ब्लोअर खराब है जिसे ठीक करवाया जा रहा है और अगर किसी मरीज को दो कम्बल की आवश्यकता होती है तो उसे दो कम्बल भी दे दिया जाता है ।