मोतिहारी में RTI कार्यकर्ता का हत्या मामला : परिवार वालों से मिली ऋतु जायसवाल, SP को बतायी असंवेदनशील, कहा- सुरक्षा मांगने गयी मृतक की पत्नी को बेइज्जत कर आफिस से भगाया, बदमाशों ने ब्लॉक गेट पर मारी थी गोली

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मोतिहारी में आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल की हत्या के बाद शनिवार को राजद की टीम ने पीड़ित परिजनों से मिला। टीम का नेतृत्व राजद की प्रदेश प्रवक्ता सह राजद नेत्री रितु जयसवाल ने किया। जहां उन्होंने मृतक RTI कार्यकर्ता के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दिया तो नीतीश सरकार पर जमकर हमला किया है। मालूम हो कि कल शुक्रवार को दिनदहाड़े हरसिद्धि के प्रखण्ड कार्यालय के मेन गेट पर गोलियों से छलनी किए गए RTI कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल की अज्ञात अपराधियो ने हत्या कर दिया था। हत्या के कल होकर शनिवार को पीड़ित परिजनों से राजद नेत्री सह प्रदेश प्रवक्ता रितु जयसवाल मिलकर घटना की जनकारी लिया है। वहीं पीड़ित परिवार को दुख की घड़ी में सान्त्वना दिया गया।

मृतक RTI कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के पिता व पत्नी से घटना की पूरी जनकारी लेने के बाद रितु जयसवाल ने बिना नाम लिए सरकार पर जमकर बरसी। उन्होंने कहा कि गांधी की धरती पर गांधी की आवाज उठाने वाले हत्या करने वाले गोडसे है। इस तथाकथित सुशासन की सरकार में हर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने वाले की पत्नी को विधवा बनाया जा रहा है। सुशासन की पुलिस हत्या की कैलेंडर छपवाने में जुटी है। पांच महीना में पांच पांच हत्या होती है। उसके बाद भी धमकी मिलने पर सुरक्षा मांगने पर पुलिस सुरक्षा देने के बदले बेइज्जत करती है।

रितु जयसवाल ने कहा कि मृतक RTI कार्यकर्ता का परिवार धमकी से इतना डरा हुआ है कि नामजद अभियुक्त नही बनाते हुए अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराया है। उसके बाद भी उसके घर पर कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिया गया है। इस मुद्दा को राजद गंभीरता से उठाएगी। आवाज उठाने का परिणाम जो भी लेकर राजद पीछे हटने वाली नही है।

उन्होंने बताया कि उनका पुत्र आरटीआई कार्यकर्ता था और अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध वह हाई कोर्ट में मुकदमा करके सरकार की मदद कर रहा था। जिस कारण यह कार्य बहुत लोगो को नागवार लग रहा था। 16 फरवरी 2021में भी उसके परिवार पर हमला किया गया था। उसकी पत्नी मोनिका को घसीट कर प्रखंड मुख्यालय के गेट तक ले गया था। उसके बाद थाना में शिकायत के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नही किया। उन्होंने बताया कि धनखरैया में जब हाई कोर्ट के निर्देश पर मकान तोड़े जा रहे थे, उस समय भी सब लोगों ने विपिन को ही टारगेट किया और हमला किया।

साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि उसमें सीओ सतीश कुमार और पुलिस प्रशासन की भी मिलीभगत थी, उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की गई थी पर प्रशासन की ओर कार्यवाही नही किया गया। विपिन की पत्नी मोनिका ने भी बताया कि बहुत लोगों की धमकी मिलने और भय के कारण प्राथमिकी में अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। वहीं रितु जायसवाल ने कहा कि हरसिद्धि में पुलिस प्रशासन निकम्मा हो गया है।

मोतिहारी से धर्मेन्द्र कुमार की रिपोर्ट… 

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