NEWSPR डेस्क। कहते हैं शादी सात जन्मों का अटूट बंधन होता है जिसे हर लड़की के माता-पिता धूमधाम से अपनी पुत्री से विवाह करते हैं । ताकि वह अपने नए घर में नए लोगों के साथ खुशी पूर्वक जीवन व्यतीत कर सकें। लेकिन रहुई थाना क्षेत्र इलाके के शाहपुर गांव की घटना ऐसी रिवाजो पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। ताजा मामला रहुई थाना क्षेत्र इलाके के शाहपुर गांव में एक नए दूल्हे के द्वारा अपने ही नई दुल्हन की सकुशल बरामदगी को लेकर पुलिस से गुहार लगा रही है। पीड़ित दूल्हा कभी रहुई थाना तो कभी एससी एसटी थाना के चक्कर लगाकर थक चुका है।
पीड़ित दूल्हा पवन कुमार ने बताया कि उसने घोसवारी थाना क्षेत्र इलाके के शोभाटीका की रहने वाली युवती निशा कुमारी से प्रेम प्रसंग में 19 दिसंबर 2021 को हिंदू रीति रिवाज से विवाह किया। इस शादी में दोनों पक्षों की सहमति भी देखी गई। शादी के बाद रस्मो रिवाज से दुल्हन की विदाई भी दूल्हे के साथ की गई लेकिन जैसे ही शादी के 4 दिन बाद ही लड़की पक्ष को लड़के के दूसरी जाति होने का पता चल गया। जिसके बाद लड़की पक्ष के लोगों का आक्रोश सातवें आसमान पर चढ़ गया। लड़की पक्ष के लोगों ने मारपीट कर किसी तरह से लड़की को अपने साथ ले गए और अपने ही घर में अजनबी की तरह बर्ताव करते हुए बंधक बना लिया।
नवविवाहित दूल्हे का कसूर सिर्फ इतना है कि उसने अपने प्यार को पाने के लिए अपनी जाति को छुपाया। जिसके कारण आज अपने ही नवविवाहित पत्नी को पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। पीड़ित दूल्हे का आरोप है कि उसने लड़की पक्ष के लोगों ने दूल्हे को भी 4 दिन तक बंधक बनाकर रखा और उसकी शादी की। लड़की ने फोन पर यह भी बताया कि अगर उसे समय रहते हैं वहां से नहीं विदाई की जाती है उनकी पक्ष के लोगों की हत्या भी कर सकते हैं।