NEWSPR डेस्क। एक्रेडिटेड पत्रकार एसोसिएशन ने मंगलवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर महामारी प्रभावित पत्रकारों और उनके परिवारों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की मांग को पुरज़ोर तरीक़े से उठाया। दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक प्रेस गोष्ठी में, ‘AJA’ की सक्रिय संस्था ने केंद्र और राज्य सरकार से उन कोविड योद्धा पत्रकारों के परिवारों की देखभाल करने की मांग की, जिन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी।
वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व मंत्री रमाकांत गोस्वामी ने अपने संबोधन में कहा कि “कोविड का विनाशकारी प्रभाव शीर्ष मीडिया घरानों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। कई पत्रकारों ने अपनी नौकरी खो दी है और अपने पेशेवर कौशल के अलावा कुछ और चुना है। लेकिन छोटे मीडिया प्रकाशनों पर ज्यादा ध्यान नहीं जाता है। सरकार के लिए यह देखने और पत्रकारों के परिवारों को मुआवजा देने का समय आ गया है।
एक्रिडिटेड जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आर) के अध्यक्ष विजयशंकर चतुर्वेदी ने अपने संबोधन में कहा, “कोविड योद्धा पत्रकारों की कई अभूतपूर्व कहानियाँ हैं जिन्होंने कोविड और लॉकडाउन पर अपनी रिपोर्ट के दौरान अपने जीवन का बलिदान दिया। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष , विशिष्ट अतिथि श्री उमाकांत लखेरा ने अपने संबोधन में कहा, “क्षेत्रीय और स्थानीय समाचार पत्र और स्ट्रिंगर देश के शीर्ष मीडिया घरानों की रीढ़ हैं। महामारी ने उनके पेशे, अंततः उनकी आजीविका को प्रभावित किया है।
शिक्षाविद् मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि ‘मैं सभी राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार से पत्रकारों के लिए समूह बीमा योजना लागू करने का आग्रह करता हूं। प्रेस के निकायों को डॉक्टरों की तरह ‘कोविड योद्धाओं’ की श्रेणी में पत्रकारों को शामिल करने के लिए सरकारों को मदद तथा समान लाभ प्रदान करना चाहिए और उन सभी पत्रकारों के परिजनों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए जिनकी कोरोना के कारण मृत्यु हो गई।