NEWSPR डेस्क। रजौली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर चितरकोली पंचायत स्थित समेकित जांच चौकी से कोडरमा के ताराघाटी तक निरन्तर जाम की समस्या देखी जा रही है। समेकित जांच चौकी पर शराब एवं अन्य मद्द पदार्थों के जांच के नाम पर उत्पाद विभाग द्वारा धीमे जांच के कारण जाम की समस्या हो रही है। केवल 10 से 12 किलोमीटर की दूरी तय करने में 12 घण्टे से भी अधिक का समय लग रहा है।
ऐसी स्थिति में झारखण्ड के रास्ते से आने वाले यात्री बसों,प्राइवेट कारों एवं एम्बुलेंसों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही ट्रकों में लोड कच्चा माल का भी वृहत मात्रा में नुकसान हो रहा है। वाहन मालिक संजय यादव ने बताया कि उत्पाद विभाग के मनमानी के कारण लोगों को प्रतिदिन बेवजह जाम की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। अगर जांच करना है तो समेकित जांच चौकी पर जांच में तेजी लाने के लिए जांच लाइन को बढ़ाने की आवश्यकता है।
वहीं उत्पाद विभाग के कर्मियों का कहना है कि कर्मियों की संख्या सीमित रहने के कारण झारखण्ड से आनेवाली छोटी एवं बड़ी वाहनों की जांच दो लेन में की जा रही है। वरीय पदाधिकारियों के दिशा निर्देश पर ही मद्दनिषेध के लिए वाहनों सघन जांच कर बिहार में प्रवेश दिया जा रहा है। जाम में फंसे यात्रियों की माने तो जाम में जंगल एवं घाटी क्षेत्र रहने के कारण खाना तो दूर लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।
वहीं वीआईपी लोगों के जाम में फंसने के बाद पुलिस बल द्वारा किसी तरह से घण्टो मश्क्कत करने बाद जाम से निकाला जाता है। आम लोग रामभरोसे जाम खुलने को लेकर अपने-अपने वाहनों में पड़े रहते हैं। इस जाम की समस्या से लोगों के वक्त के बर्बादी के साथ-साथ सुरक्षा का भी खतरा बना रहता है। कई बस सवार यात्री तो पैदल चलकर समेकित जांच चौकी को पार करने को मजबूर हैं।
नवादा से दिनेश कुमार की रिपोर्ट