बिहार सरकार द्वारा घोषित 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना को लागू करने के साथ-साथ बिजली वितरण कंपनियां अब उपभोक्ताओं को और अधिक सुविधाएं देने की दिशा में कदम उठा रही हैं। राज्य के 72 लाख प्रीपेड घरेलू उपभोक्ताओं को अब हर महीने उनके घरों तक बिजली बिल पहुंचाया जाएगा। यह नई व्यवस्था 1 अगस्त से लागू होगी।
रंगीन प्रिंट में मिलेगा बिल
बिजली विभाग की योजना के तहत उपभोक्ताओं को ए4 साइज पर कलर प्रिंट में बिल उपलब्ध कराया जाएगा। इस संबंध में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के महाप्रबंधक (राजस्व) अरविंद कुमार ने सभी अधीक्षण अभियंताओं को 30 जुलाई तक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए हैं। योजना के अनुसार, हर 10,000 उपभोक्ताओं पर एक कलर प्रिंटर सेट खरीदा जाएगा। इन प्रिंटरों की क्षमता प्रतिदिन 2000 बिल छापने की होगी, जिससे समय पर बिल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों उपभोक्ताओं के लिए बदलाव
इस बार बदलाव सिर्फ प्रीपेड उपभोक्ताओं तक सीमित नहीं रहेगा।
- प्रीपेड उपभोक्ताओं को हर महीने उनका रंगीन बिजली बिल मिलेगा।
- पोस्टपेड उपभोक्ताओं के लिए पहले ऑन-स्पॉट मीटर रीडिंग की जाएगी, फिर अगले दिन कलर प्रिंट में बिल तैयार कर घर-घर वितरण किया जाएगा।
शहरी इलाकों में बिल मैनुअल वितरण से पहुंचाया जाएगा, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मीटर रीडर यह जिम्मेदारी निभाएंगे।
सरकारी योजना की जानकारी भी होगी बिल में शामिल
हर उपभोक्ता को मिलने वाले बिजली बिल में 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना की स्पष्ट जानकारी दी जाएगी। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को सरकार की इस योजना से परिचित कराना और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत पर बेहतर नियंत्रण रखने में भी यह पहल मददगार साबित होगी।
यह नई व्यवस्था एक ओर जहां डिजिटल और पारदर्शी बिलिंग सिस्टम को मजबूत करेगी, वहीं दूसरी ओर उपभोक्ताओं को सरकार की योजनाओं से जुड़ाव भी बढ़ाएगी।