विश्वकर्मा पूजा के शुभ अवसर पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने समस्त देश एवं प्रदेशनासियों को दी बधाई, जानिए पूजन विधी
NEWSPR डेस्क। आज यानी 17 सितंबर को पूरे देश में विश्वकर्मा पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने समस्त देशवासियों और प्रदेशवासियों को बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा पूजा के दिन विश्वकर्मा भगवान की सभी कार्यालय, कारखानों, और उद्योगों समेत सभी जगह पूजी की जाती है। इस पावन अवसर पर सभी लोगों को बधाई, भगवान विश्वकर्मा की कृपा से सभी के जीवन में खुशी, शांति और बिजनेस में उन्नति आए।
भारत में हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आज 17 सितंबर दिन कन्या संक्रांति के दिन विश्वकर्मा पूजा है। जिसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। आज के दिन शिल्प के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जा रही। लोग दुकानों, कारखानों, मोटर गैराज, वर्कशॉप, लेथ यूनिट, कुटीर एवं लघु इकाईयों एवं घरों आदि में भगवान विश्वकर्मा की पूजा कर रहे। वहीं पूजा के बाद लोगों के बीच प्रसाद में बुंदी वितरण किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा पहले वास्तुकार और इंजीनियर हैं। इन्होंने ही स्वर्ग लोक, पुष्पक विमान, द्वारिका नगरी, यमपुरी, कुबेरपुरी आदि का निर्माण किया।
विश्वकर्मा पूजा का मुहूर्त-
विश्वकर्मा दिवस, 17 सितंबर को 1 घंटा 32 मिनट तक राहुकाल रहेगा। जिस दौरान विश्वकर्मा पूजन नहीं करना है। आदि शिल्पी की जयंती पर राहुकाल की शुरुआत पूर्वाह्न 10:43 बजे से होगी जो कि दोपहर 12:15 बजे राहुकाल समाप्त हो जाएगी। इसके बाद आप पूजा कर सकते हैं।
पूजा करने की विधी
अपने कामकाज में उपयोग किए जाने वाले वस्तू की साफ- सफाई करें और फिर स्नान करके भगवान विष्णु के साथ विश्वकर्माजी की प्रतिमा की विधिवत पूजा करनी चाहिए। भगवान विश्वकर्मा को आज मिष्ठान्न,ऋतुफल, पंचामृत, पंचमेवा, का भोग लगाएं। दीप-धूप आदि जलाकर दोनों देवताओं की आरती उतारें। जिसके बाद उनसे आशार्वाद लेकर भक्त कुसुमित हो जाते हैं।
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