NEWSPR डेस्क। पटना सूबे के सबसे बड़े अस्पताल PMCH में मुफ्त में दवा मिलने वाला दावा फेल हो रहा है। यहां भर्ती मरीजों के लिए डॉक्टर बाहर की दवाएं लिख रहे हैं, और इसका फायदा दलाल जमकर उठा रहे हैं। दलाल वार्डों में घूम-घूमकर बेड से ऑर्डर लेकर दवा पहुंचाते हैं। NEWSPR की पड़ताल में दलाल बेड-बेड घूमकर मरीजों से ऑर्डर लेता मिला।
मधेपुरा की रहने वाली गीता का कहना है कि मेरे पति को पोलियो (पैरालिसिस) अटैक के बाद वो एक सप्ताह से PMCH में इलाज करवा रही हैं। उनका कहना है कि आयुष्मान कार्ड रहने के बाद भी डॉक्टर बाहर से दवा और जांच का पैसा देना पड़ता है। अगर हम हथुआ वार्ड की बात करे तो वहां दलालों का जमावड़ा रहता है। कई बार इस वार्ड से दलाल पकड़े भी गए हैं, लेकिन इसके बाद भी PMCH प्रशासन से सख्ती नहीं की गई है।
आपको याद होगा कि कुछ महीने पहले ही इमरजेंसी के इंचार्ज डॉ. अभिजीत कुमार ने खुद दलाल को रंगे हाथ पकड़ा था। दलाल के पास से पैथोलॉजी की पर्ची के साथ अन्य पर्चे बरामद किए गए थे। पूर्व में हुई इस कार्रवाई के साथ कई बार ऐसा मामला है जब दलालों से व्यवस्था पर सवाल खड़ा हुआ है। एक माह पूर्व भी दलाल पकड़कर सौंपा गया था। लेकिन लिखित नहीं देने के कारण उस दलाल को थाने से ही छोड़ दिया गया था.
PMCH में कुछ अनहोनी न हो जाये उसके लिए टीओपी बनाया गया था। जिसको पीरबहोर थाना द्वारा चलाया जाता है. हालांकि टीओपी में अलग से एसएसपी के द्वारा वहां इंचार्ज बनाया जाता है. पुलिस की चौकसी के बाद भी दलाल सक्रिय हैं। हथुआ वार्ड में एक दलाल बेड पर मरीजों से ऑर्डर लेता दिखा।
NEWSPR के संवाददाता विक्रांत ने जब दलाल का पीछा किया तो हर बेड पर जाकर वह मरीजों को दवा का रेट बता रहा था और ऑर्डर ले रहा था। दलालों को ये कैसे पता होता है कि अस्पताल में कौन सी दवा नहीं है, वह उसी दवा का रेट बताकर मरीजों को फंसाते हैं। NEWSPR के संवाददाता विक्रांत ने जब मरीज का परिजन बनकर बात की तो दलाल ने साफ कहा कि बाहर से दवाएं वह बेड तक पहुंचा देगा।
हालांकि ये पहला मामला नहीं है. अगर आप पीएमसीएच में भर्ती होते है तो दलाल सक्रिय हो जाते है कहा यह भी जाता है की जो दलाल PMCH में घूमता है या फिर आसपास नर्सिंग होम के दलाल पुलिस को हफ्ता भी दिया जाता है. यही वजह है की PMCH में दलाल सक्रिय है.
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट