NEWSPR LIVE : गया जी डैम को 2023 में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में शामिल करने की हो रही मांग !

Patna Desk

 

आज अतिप्राचीन, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थान रखने वाला गया शहर में सूबे का पहला ” गया जी बांध ” के थीम पर आधारित झाकी को केंद्र सरकार की चयन समिति ने 2023 के गणतंत्र दिवस परेड में शामिल करने से लगातार सातवें वर्ष भी इंकार करने पर कांग्रेस पार्टी के नेता, कार्यकर्ता एवम् गया शहर की जनता केंद्र सरकार के इस अन्यायपूर्ण कदम के खिलाफ गया जी डैम देवघाट विष्णुपद मंदिर के पास शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया।

इस अवसर पर उपस्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू , पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, दिपुलाल भईया, विद्या शर्मा, शिव कुमार चौरसिया, सुरेंद्र मांझी, विनोद उपाध्याय, सुजीत कुमार गुप्ता, राजेश अग्रवाल सहित गया की सम्मानित जनता ने कहा कि मोदी सरकार सन 2017 से लगातार गणतंत्र दिवस परेड का कर्तव्य पथ पर निकलने वाली झांकी में बिहार की झांकी को रिजेक्ट करना, राज्य की 13 करोड़ जनता का अपमान है।

नेताओ ने कहा की बिहार के साथ ऐसा भेदभाव केवल मोदी सरकार के ही कार्यकाल में हुआ है, पहले के किसी भी सरकार ऐसा कभी नहीं हुआ है।

नेताओ ने कहा की ” गया जी बांध ” थीम पर तैयार झांकी में गया, बोधगया , फल्गु नदी, सीताकुंड मंदिर, विष्णुपद मंदिर सभी को सम्मिलित कर तैयार किया गया है, जिसे चयन समिति द्वारा रिजेक्ट करना दुर्भावना से ग्रसित प्रतीत होता है।

इसके पहले भी विगत छह वर्षो की झांकी भी समसमायिक, ऐतिहासिक महत्व रखने वाला विषय जैसे छठ महापर्व,जल जीवन हरियाली, शराबबंदी,विक्रमशिला, गांधी के पद चिन्हों पर बिहार आदि को भी पूर्व के वर्षो में रिजेक्ट किया जा चुका है।

नेताओ ने बिहार प्रदेश के सभी सम्मानित जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, एवम् आमजन एकजुट होकर बिहार के गौरवशाली अतीत, सामाजिक, राजनैतिक एवम् शैक्षणिक उर्वरा भूमि की अपमान के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए केंद्र सरकार से हर हाल में बिहार की झांकी को गणतंत्र दिवस के परेड में शामिल कराने की मांग की है।

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