मुंगेर जैसे छोटे शहरों में भी अब ब्रेन सर्जरी की सुविधा मिलना शुरू हो गया है. जिले के इतिहास में पहली बार मुंगेर इमरजेंसी हॉस्पिटल ने दो ब्रेन सर्जरी कर न सिर्फ नई मिशाल पेश की है बल्कि बड़े शहरों को भी जिले के मरीजों को इलाज उपलब्ध करा कर चिकित्सा के क्षेत्र में टक्कर देने का काम किया.
मुंगेर इमरजेंसी हॉस्पिटल सफियाबाद ने ब्रेन सर्जरी कर इस अस्पताल ने दो-दो जिंदगी सिर्फ बचाया ही नही बल्कि दो-दो परिवार को खुशहाली देने का काम किया.हेड इंज्युरी और ब्रेन हेमरेज के मामले सामने आते रहते है. इस तरह के मरीजों को सामान्य तौर पर बड़े महानगरों की ओर इलाज के लिए कूच करना पड़ता है. जिसके कारण समय पर इलाज नहीं मिल पाने के कारण कई जिंदगियां समाप्त हो जाती हैं. सफियाबाद एनएच-80 पर स्थित मुंगेर इमरजेंसी हॉस्पिटल में मंगलवार को सड़क दुर्घटना में हेंड इंज्युरी के शिकार हुए जमालपुर निवासी 22 वर्षीय अंकित कुमार एवं ब्रेन हेमरेज के शिकार लखीसराय जिले के उमाकांत को को भर्ती कराया गया. परिजनों के स्वीकृति में अस्पताल प्रबंधन ने पटना से न्यूरो सर्जन की टीम को बुलाया.
मुंगेर इमरजेंसी हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ हर्षबर्धन, पटना के प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन डॉ एच कुमार एवं डॉ नवीन की टीम ने दोेनों का ब्रेन सर्जरी कर जीवन दान दिया. डॉ हर्षबर्धन ने बताया कि हेड इंज्युरी और ब्रेन हेमरेज के मरीज को पटना, कोलकाता, सिलिगुडी, दिल्ली जैसे शहरों में ही ब्रेन सर्जरी की सुविधा मिलती थी. लेकिन मुंगेर इमरेंजी ने मुंगेर ऐसे छोटे शहर में इसके मरीज को ब्रेन सर्जरी की इलाज मुहैया कराया है.
इससे मरीज को जहां समय पर इलाज उपलब्ध हुआ, वहीं मरीज के परिजन को शारीरिक, मानसिक, समय और आर्थिक परेशानी से बचाने का एक सफल प्रयास किया है. मुंगेर इमरजेंसी महानगर की तर्ज पर बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा कम खर्च पर उपलब्ध कराने को संकल्पित है.