शेरघाटी माता सरस्वती की प्रतिमा विसर्जित करने गए छात्र की बूढ़ी नदी स्थित बालू उठाव के बाद उभरे गड्ढे में डूबकर मौत हो गई. घटना शनिवार की है मृतक की पहचान गुरुआ थाना क्षेत्र के परसावां गांव निवासी मनोज प्रसाद का पुत्र रौशन कुमार के रूप में हुई है।
मृतक छात्र ब्लॉक के निकट रियान एकेडमी नामक एक निजी स्कूल में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था।अपने दोस्तों के साथ मूर्ति विसर्जन करने के लिए वह नदी में गया हुआ था।
इसी वक्त यह हादसा हुआ घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शहर के ब्लॉक के निकट स्थित रियान एकेडमी नामक निजी स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी मूर्ति विसर्जन करने बूढ़ी नदी में आए थे।
पांच छात्र नदी में कलश विसर्जन करने गए विद्यार्थी समझ नहीं पाए की गड्ढे में कितना पानी है अचानक सभी डूबने लगे आसपास के लोगों ने 4 छात्रों की जान बचाई तब तक एक छात्र नदी में डूब गया।हालांकि लोगों ने उसे भी बचाने का भरसक प्रयास किया लेकिन नदी की गहराई में वह डूब गया था।
जिसे खोजने में घंटों लग गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी छात्र की मौत की खबर के बाद आसपास के लोगों की वहां भीड़ लग गई, एक युवक ने किसी प्रकार उसे पानी से बाहर निकाला. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय थाने के पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया. भीड़ ने शव को उठाने से पुलिस को रोक दिया. काफी समझाने के बाद भी करीब 5 घंटे तक लोगों ने शव नहीं उठने दिया अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर एवं हर संभव सरकारी सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया इसके बाद घटनास्थल से पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल गया भेज दिया.
उक्त घटना के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने सब को उठाने से पुलिस को काफी देर तक रूकती रही स्थानीय लोगों का मांग था कि अवैध खनन करते हुए गड्ढे 30 से 40 फीट कर दिए गए हैं जिसके कारण यह घटना हो रही है स्थानीय लोगों ने अभी बताया कि आए दिन जानवर के भी डूब जाने के बाद कोई पता नहीं चलता है और उसकी मौत हो जाती है कुछ ही दिन पूर्व