NIA कि टीम पटना के फुलवारीशरीफ PFI मामले में बिहार के मोतिहारी में पहुची थी जहाँ दो दिनों से जिले के विभिन्न जगहों पर छापेमारी की और दो को गिरफ्तार कर साथ ले गई है ।
लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर कि जानकारी NIA द्वारा प्रेस रिलीज जारी कर दिया गया है
जहाँ आपको बतादें कि बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले में एक सुनियोजित हत्य को अंजाम देने के लिए PFI कैडरों द्वारा एक साजिस रची गई थी जिसे NIA ने विफल कर दिया है । इसी को लेकर पिछले दो दिन से जिले के 8 स्थानों पर छापेमारी करने के बाद, NIA ने आज 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक घटना को अंजाम देने के लिए हथियार और गोला-बारूद की व्यवस्था की थी। टारगेट पूरा करने के लिए रेकी पहले ही की जा चुकी थी। हथियार और गोला-बारूद पीएफआई ट्रेनर याकूब को सौंपे गए थे, जो पीएफआई कैडरों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा था।
आपको बतादें कि किसी बड़े चेहरे को मौत के घाट उतारने कि साजिस थी और इसी को लेकर
कुछ दिन पहले, PFI के ट्रेनर याकूब ने एक अपमानजनक और भड़काऊ फेसबुक वीडियो पोस्ट किया था, जिसका उद्देश्य शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करना था। फेसबुक के अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट और ट्रोल किया था। फरार आरोपी याकूब और 2 गिरफ्तार आरोपियों ने उनमें से कुछ की पहचान की थी और लक्षित व्यक्ति की हत्या को अंजाम देने की साजिश रची थी।
वही गिरफ्तार लोगो के पास से NIA ने कुछ डिजिटल उपकरण भीं बरामद किया है ।छापेमारी और गिरफ्तारियां एनआईए के केस नंबर 1 में की गईं। आरसी-31/2022/एनआईए/डीएलआई, जिसमें शामिल होने से संबंधित है
इन गिरफ्तारियों के साथ, हत्या और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करने की साजिश रचने वाले पीएफआई मॉड्यूल का पर्दाफाश किया गया है। वही गिरफ्तार लोगों में शामिल हैं,
तनवीर रजा उर्फ बरकती पिता मोहम्मद अब्दुल्ला निवासी बहादुरपुर, मेहसी, पूर्वी चम्पारण का रहने वाला है । तो दूसरा एमडी आबिद ,आर्यन पिता एमडी रुस्तम, बहादुरपुर,महसी, जिला पूर्वी चम्पारण का रहने वाला बताया गया है ।
आपको बतादें कि,इससे पहले इस मामले में 04 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था और पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख/दस्तावेज जब्त किए गए थे।