नीतीश के दिल्ली दौरे और मंत्रिमंडल विस्तार पर क्या कह गए राजद नेता शिवानंद तिवारी

Patna Desk

सूबे के मुखिया नीतीश कुमार आज  निजी दौरे पर दिल्ली जाने वाले हैं l लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता मुंगेर सांसद ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के इस प्रस्तावित दिल्ली दौरे का मंत्रिमंडल विस्तार से कोई लेना देना नहीं है l लेकिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने मंगलवार को एक बार फिर कह दिया कि जब भी केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होगा यदि उसमें शामिल होगा l किसी बात पर राजद के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने अपनी तरफ से कुछ बातें कही है जो आपको पढ़नी चाहिए l

नीतीश के दिल्ली दौरे और मंत्रिमंडल विस्तार पर क्या कह गए राजद नेता शिवानंद तिवारी

ललन सिंह और रामचंद्रर बाबू में सब कुछ ठीक ठाक है न !दरअसल आज के एक अख़बार में छपी ख़बर से मेरे मन में शंका पैदा हुई. ख़बर मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार से जुड़ी हुई है. बिहार में कई दिनों से चर्चा है कि इस बार केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में नीतीश जी की पार्टी के लोगों को भी जगह मिलने वाली है. यह भी चर्चा है कि नीतीश जी का आज का दिल्ली दौरा संभवतः इसी सिलसिले में है.


इसी को लेकर बिहार के एक अख़बार में ललन सिंह और राम चंद्रबाबू का बयान छपा है. कुछ दिन पहले भी मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा हुई थी. रामचंदर बाबु केंद्रीय मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले हैं यह लगभग तय माना जा रहा था. उनके आवास पर भक्तों की भीड़ लग गई थी. माला, बुके, मिठाई उठाकर रखने वाले थक गए थे. लेकिन पता नहीं किसने उल्टा वाण चला दिया और रामचंद्र बाबू शपथ लेते लेते रह गए. बहुत मायूसी का वातावरण बन गया था.
लेकिन इस वक़्त की चर्चा थोड़ी विश्वसनीय लग रही है . केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होना तय है. चरचा के अनुसार पिछली दफ़ा नीतीश जी की पार्टी को संभवतः प्रतिकात्मक रूप से एक ही जगह मिल रही थी. इस लिए मंत्रीमंडल में शामिल होने के लिए वह तैयार नहीं हुए. संभवतः सांसदों की संख्या के अनुपात में मंत्रियों की संख्या के वे हिमायती थे. बिहार के मंत्रीमंडल में भी सदस्यों की संख्या का आधार उन्होंने यही बनाकर रखा है.
ख़बरों के अनुसार में नीतीश जी की दिल्ली यात्रा व्यक्तिगत है. ललन सिंह भी यही बता रहे हैं. लेकिन दूसरी ओर रामचंद्र बाबू आत्मविश्वास से लबालब, दावा कर रहे है कि जनता दल यूनाइटेड का मंत्रिमंडल में शामिल होना पक्का है. उनके मुताबिक़ तो संख्या के सवाल पर कोई विवाद नहीं होनेवाला है. अपने अति उत्साह में वे नीतीश जी के पुराने फ़ार्मूले, संख्या के अनुपात में मंत्रिमंडल में जगह को वो अव्यवहारिक तक घोषित कर दे रहे हैं. आज इसी आशय का उनका बयान छपा भी है.
लेकिन उसी के साथ ललन का बयान भी है. उसकी ध्वनि कुछ अलग लग रही है. ललन कह रहे हैं कि ‘मंत्रीमंडल विस्तार और जदयू का उसमें शामिल होना अटकलबाज़ी है.’
जो लोग जानते हैं, वे ललन के बयान को हल्के से ख़ारिज नहीं कर सकते हैं. इस बयान से भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है. रामचंद्र बाबू और ललन दोनों नीतीश जी के खासमखास हैं. एक ही मामले में दोनों के दो स्वर से भ्रम का पैदा होना स्वभाविक है.

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