रजत, पटना
पटना: जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संगठन व राज्यसभा में दल के नेता आरसीपी सिंह ने बुधवार को गूगल मीट एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से कुल चार पालियों में जदयू के चार प्रकोष्ठों से संवाद किया। ये चार प्रकोष्ठ जदयू सेवादल, जदयू तकनीकी, जदयू समाज सुधार सेनानी एवं जदयू खेल-कूद प्रकोष्ठ थे। जदयू सेवादल प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह बिट्टू तथा उपाध्यक्ष धीरज पांडेय एवं अभय पटेल मौजूद रहे। जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ई. रामचरित्र प्रसाद, उपाध्यक्ष ई. नागमणि कुशवाहा, वैशाली जिला अध्यक्ष ई. सोनू कुमार एवं पटना महानगर अध्यक्ष ई. राकेश कुमार मौजूद रहे। समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जीतेन्द्र नीरज, उपाध्यक्ष अमित सिंह एवं प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन पटेल मौजूद रहे। वहीं, खेल-कूद प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा मौजूद रहे। जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप इन सभी बैठकों में शामिल रहे।
सेवादल के साथ संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि सर्वप्रथम अपनी पार्टी को जानें, इसकी विचारधारा को आत्मसात करें और संगठन को समझें। आपके नेता नीतीश कुमार कितने विनम्र हैं, उनकी भाषा कितनी मर्यादित है, समाज में उनका आचरण कैसा है, ये देखें और अपने जीवन में उतारें। उनके कार्यों को जन-जन तक पहुंचाएं, एक-एक बूथ पर जाकर लोगों से जुड़ें, उनकी समस्याओं को दूर करने की कोशिश करें, तभी आपके प्रकोष्ठ का नाम सार्थक होगा।
तकनीकी प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने हर कार्य से न्याय के साथ विकास को परिभाषित किया है। उन्होंने हर क्षेत्र में काम किया है और सबके रोजगार और आमदनी की चिन्ता की है। इन सबके साथ-साथ उन्होंने बिहारी सम्मान को बढ़ाया है। पति-पत्नी के राज में बिहारी शब्द से अपमान का बोध होता था। नीतीश कुमार ने अपने व्यक्तित्व, कृतित्व, नेतृत्व और वक्तृत्व से बिहार की प्रतिष्ठा फिर से स्थापित की है। समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ के साथ संवाद के दौरान आरसीपी सिंह ने कहा कि पहले बिहार देश पर भार माना जाता था लेकिन अब विकास के किसी भी मानक पर हम किसी से पीछे नहीं। आज देश का विकास दर जहां 5% है वहीं बिहार का 10.53% है। आज बिहार देश पर बोझ नहीं बल्कि उसे आगे ले जाने की स्थिति में है। इसके साथ ही शराबबंदी, दहेजबंदी, बालविवाहबंदी और जल-जीवन-हरियाली जैसे अभियानों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विकास को पूर्णता दी है। गांधी, जेपी और लोहिया की तरह उन्होंने समाज सुधार को राजनीतिक जीवन का अनिवार्य अंग बनाया।
उन्होंने प्रकोष्ठ से महिलाओं को भी जोड़ने को कहा। इस मौके पर उन्होंने प्रकोष्ठ के सेनानी संकल्प वर्चुअल संवाद का शुभारंभ भी किया। खेल-कूद प्रकोष्ठ से संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह स्पोर्ट्समैन जीवन में कभी हार नहीं मानता और अंत तक संघर्ष करता है उसी तरह सार्वजनिक जीवन में भी कभी हार नहीं मानें और पूरे संकल्प के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में प्रकोष्ठ की ओर से राज्यस्तरीय क्रिकेट, कबड्डी, फुटबॉल और वॉलीबॉल टूर्नामेंट का आयोजन कराया जाय और ये सभी टूर्नामेंट महापुरुषों के नाम पर हों। इस मौके पर उन्होंने प्रकोष्ठ के विजय संवाद का शुभारंभ भी किया।
आरसीपी सिंह ने सभी प्रकोष्ठों से हर विधानसभा में 35 से 50 समर्पित साथियों को जोड़ने तथा सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने सभी प्रकोष्ठों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सात अगस्त को निर्धारित वर्चुअल रैली को ऐतिहासिक बनाने तथा नौ अगस्त को पृथ्वी दिवस के दिन कम-से-कम दो पेड़ लगाने की अपील की। साथ ही कहा कि कोरोना को लेकर स्वयं सतर्क रहें, लोगों को जागरुक करते रहें और अपने नेता के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाकर 2020 में अब तक की सबसे बड़ी जीत सुनिश्चित करें।