पटनाः एक्टर शेखर सुमन मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की। शेखर सुमन पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर आवास पहुंचे और तेजस्वी यादव से अकेले में बातचीत की। जिसके बाद उन्होंने एर प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि उन्होंने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के लिए एक मुहिम की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि इस मुहिम में लोग जूड़ने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में नेपोटिज्म एक हद तक ठीक है लेकिन इसके अलावा बॉलीवुड में गैंगिसम है, एक माफिया है। जो तय करता है कि कौन आएगा, कौन जाएगा, कौन टिकेगा, कौन बॉलीवुड में आगे बढ़ेगा, किस को बॉलीवुड में खत्म करना है, किस को बॉलीवुड में रहना है, किस को बॉलीवुड से बाहर करना है, यह वह माफिया तय करते हैं। जो काफी गलत है और इसको खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जो उन माफियाओं के चाटुकारिता करता रहा वह आगे बढ़ेगा और जिस दिन कोई बगावत करे और माफियाओं के आगे ना कहा तो बॉलीवुड में उसको रहने नहीं दिया जाता है।
इस दौरान शेखर सुमन ने कहा है कि बातें निकल कर सामने आ रही है कि उनके घर की एक डुप्लीकेट चाबी थी लेकिन वह नहीं मिल पा रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुशांत इस तरीके का लड़का था कि वो सुसाइड नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अगर कोई सुसाइड करेगा तो वह अपने लोगों को लिए एक सुसाइड नोट जरूर छोड़ेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ है तो अब जांच होनी चाहिए।
शेखर सुमन ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत ने मौत से पहले 50 से ज्यादा सिम कार्ड चेंज किया है। उन्होंने कहा कि कोई सिम कार्ड आखिर कब चेंज करता है। जब उसे किसी से बचना हो, किसी से छुपना हो अर्थात उन्होंने कहा कि वो किसी के दबाव में थे। उन्होंने कहा है कि मैं कोई फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं है और ना ही मैं किसी सीबीआई के एवज में बोल रहा हूं लेकिन मैं एक इंसान हूं और मेरे दिमाग में भी कुछ सवाल उठते हैं। जिन सवालों को मैं उठा रहा हूं और इसके लिए जांच की मांग करता हूं।
इस दौरान अभिनेता शेखर सुमन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने उन तक अपना संदेश भी पहुंचाया था, लेकिन मुख्यमंत्री के कार्यालय से कोविड-19 का हवाला देते हुए कहा गया कि मुख्यमंत्री कोरोना काल में किसी से मुलाकात नहीं कर रहे हैं। शेखर सुमन ने कहा कि तेजस्वी यादव और शेखर सुमन को कोरोना वायरस से डर नहीं लग रहा है, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री को कोरोना से डर लगता है इसलिए वह मुलाकात नहीं कर पा रहे हैं।