NEWSPR डेस्क। जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केन्द्र सरकार के फैसले पर असंतोष जाहिर किया है। साथ ही उन्होंने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार विधानमंडल में साल 2019 में इस विषय पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजा गया था। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से आग्रह करूंगा कि जातिगत जनगणना एक बार जरूर करें। 2010 के जातिगत जनगणना का आंकड़ा प्रकाशित नहीं किया गया था। मुख्मयंत्री ने कहा कि जाति आधारित जनगणना से SC/ST के अलावे गरीब लोगों की संख्या का पता चलेगा। वैसे लोगों का भला हो इसके लिये सरकार सही तरीके से काम करेगी। नीतीश कुमार ने कहा कि जाति आधारित जनगणना को लेकर मैंने केंद्र सरकार से पहले भी बातचीत की थी।
दरअसल जाति आधारित जनगणना को लेकर RJD लगातार सरकार पर हमलावर है। इसको लेकर मुख्यमंत्री को घेरने की तैयारी की जा रही है। बिहार विधानसभा सत्र में भी इस मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल नीतीश सरकार को घेरने की तैयारी में है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार से फिर से मामले पर विचार करने की अपील की है।