News PR डेस्क। दिवंगत नेता रामविलास पासवान का श्राद्ध कार्यक्रम 20 अक्टूबर को पटना में आयोजित किया गया।रामविलास पासवान के श्राद्ध कार्यक्रम में देश भर के सभी सियासी दलों के आला नेता दिवंगत केंद्रीय मंत्री को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुचे। एलजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित मौके पर पहुंचे कई नेताओं ने रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) को श्रद्धांजलि दी।कार्यक्रम में जैसे ही नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पहुंचे तो चिराग पासवान ने पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान नीतीश कुमार ने चिराग पासवान की मां से भी मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
श्राद्ध कर्म में भी सियासी तल्खियां देखने को मिली, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान और तेजस्वी यादव एक साथ बैठे नज़र आये। लेकिन इस अवसर पर भी सूबे की राजनीति की झलक साफ़ साफ देखने को मिली। दरअसल, चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव में न केवल NDA गठबंधन से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ रहे है, बल्कि बाकायदा उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चाबन्दी कर रखी है। इस का असर था कि एक साथ बैठे होने के बावजूद नीतीश कुमार से औपचारिक बातचीत करने के बाद लोजपा सांसद तेजस्वी यादव से ज्यादा नज़दीकियां बढ़ाते नज़र आये। यानी सियासी तल्खी का पारिवारिक कार्यक्रम के तस्वीर में तल्खी साफ-साफ देखी जा सकती है।
दरअसल, लोजपा के अघोषित सुप्रीमो चिराग पासवान विधानसभा चुनाव के पहले से ही नीतीश कुमार को न केवल निशाने पर ले रखा है बल्कि बाकायदा बयान जारी कर नीतीश कुमार को किसी भी हाल में मुख्यमंत्री बनने नही देने की मुहिम चला रहे है। फलाफ़ल यह कि बिहार चुनाव में एनडीए ने लोजपा से किनारा कर लिया तो लोजपा को एनडीए गठबंधन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इस बीच सत्ता के गलियारों में लगाताार ये कयास लग रहे हैं कि अगर बहुमत के आंकड़ों में हेर-फेर की स्थिति बनती है तो राजद लोजपा के साथ भी जा सकती है।
हालाकि लोजपा चुनाव के बाद किसके साथ जाएगी ये तो आने वक्त तय करेगा। लेकिन दिवंगत रामविलास पासवान के श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान और तेजस्वी यादव की तस्वीर ने एक बार भी सियासी अटकलों को जन्म दे दिया है।