NEWSPR डेस्क। उत्तर प्रदेश राम मन्दिर निर्माण में टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर्स लिमिटेड को भी जिम्मेदारी मिल गई है। अब एलएनटी और टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियरस लिमिटेड मिलकर राम मंदिर का निर्माण करेंगे।इसके साथ ही ट्रस्ट ने देश के सभी आर्किटेक्ट से अपील की है कि वे सभी अपनी अपनी राय दें। तीन दिन चली बैठक में यह खुलासा आज ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने किया। इसके साथ ही ट्रक ने अक्षरधाम मंदिर के स्वामी से भी राम मंदिर निर्माण पर राय ली है.
बताया जाता है कि अक्षरधाम के स्वामी मंदिर निर्माण के पुरोधा माने जाते हैं।राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन के अध्यक्षता में हुयी तीन दिवसीय बैठक में कई अहम् फैसले लिए गए जिसमें प्रमुख रूप से नीव की मजबूती राम मंदिर की गुणवत्ता के साथ-साथ मंदिर निर्माण के समय और मंदिर निर्माण के बाद सुरक्षा वयवस्था को लेकर भी मंथन हुआ बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों लार्सन एंड टुब्रो, टाटा इंजीनियर्स के साथ-साथ कई निर्माण इकाइयों के साथ चर्चा की गयी बैठक में एक और भी अहम् फैसला लिया गया.
जिसमें कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टुब्रो के कायों पर टाटा कंपनी सहित अन्य विशेषज्ञ नजर रखेगें और राय भी देंगें।-राम मंदिर की गुणवत्ता को लेकर बीते तीन दिनों से चल रही राम निर्माण समिति की बैठक में कई अहम फैसले लिये गये हैं टाटा सहित कई निर्माण इकाइयां को भी मंदिर निर्माण पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गयी है इसके अलावा टाटा कंपनी को मंदिर निर्माण के दौरान एलएंडटी कंपनी पर निगाह रखने की जिम्मेदारी दी गयी है राम मंदिर निर्माण के साथ ही रामजन्मभूमि परिसर के विकास को लेकर देशभर के आर्किटेक्ट और धर्माचार्यों से सुझाव मांगा जाएगा और आने वाले सुझावों पर ट्रस्ट विचार उस पर रूपरेखा तैयार करेगा।