NEWSPR डेस्क। एक और जहां स्वास्थ्य विभाग लाख दावा कर ले कि स्वास्थ्य विभाग में मरीजों का इलाज निः शुल्क होता है। पर मुंगेर जिला हवेली खड़गपुर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में सरकार का ये दावा फेल होता नजर आ रहा है। जहां सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद सरकारी अस्पताल में गरीबों को नि:शुल्क इलाज (प्रसव) नहीं मिल पा रहा है।
गर्भवती महिलाओं से प्रसव के पहले ही इलाज देने के नाम पर पैसा मांगे जा रहे। तभी पेशेंट को हाथ लगाने की बात कही जा रही। वहीं प्रसव करवाने आई महिलाओं ने बताया अस्पताल में बिना नजराना दिए हुए कोई काम नहीं बनता। इलाज करवाने पहुंची महिला से नर्स ने कहा गया कि ₹900 नहीं दोगी तब तक प्रसव पीड़ा से छटपटाति रहोगी। वहीं इस बात की जानकारी देते हुए प्रसव पीड़िता सीमा देवी ने बताया कि मेरा घर मधुबन दरियापुर है। मैं प्रसव पीड़ा से छटपटा रही थी।
सुबह के 8:00 बजे ड्यूटी पर तैनात एएनएम एवं जीएनएम जिसका मैं नाम नहीं जानती हु पर उन्होने ने कहा कि जब तक ₹900 नहीं दोगी। तब तक हाथ नहीं लगाएंगे। जिसके बाद परिजनों ने नर्स को पैसे दिए तब जाकर महिला का प्रसव कराया गया। प्रत्येक दिन ऐसा ही होता है जिसको लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एक आवेदन दिया है। जिस पर दर्जनों आशा कार्यकर्ताओं का हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन दिया गया।
सभी आशाओं ने यह आरोप सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात प्रसव कक्ष में एएनएम एवं जीएनएम पर लगाया है। वही इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एलबी गुप्ता ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। जिसमें बिना पैसा लिए प्रसव नहीं कराया गया, आरोप की पुष्टि हो गई है उन्हें चिन्हित कर कार्यवाही की जाएगी।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट