NEWSPR डेस्क। पटना अमूमन जेलों को सबसे सुरक्षित माना जाता है जहां खूंखार से खूंखार अपराधियों को भी कानून की जंजीर से बांध कर कस्टडी में रखा जाता है लेकिन बिहार का एक जेल इन दिनों सुरक्षा में सेंधमारी को लेकर खासा परेशान है. हालात ऐसे हैं कि जेल पुलिस को अब थाना से लेकर डीएसपी साहब तक के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. मामला पटना के बेउर जेल में पिछले 3 महीने के अंदर बेउर जेल प्रशासन ने बेउर थाना में 58 मामले दर्ज किए हैं.
इन मामलों में बेऊर जेल के अंदर फेंके गए आपत्तिजनक सामान का जिक्र है. दरअसल पिछले 3 महीने से जेल में लगातार स्मैक, गांजा, शराब, खैनी, सिगरेट और मोबाइल के साथ-साथ मोबाइल चार्जर और सिम फेंके जाने की घटना लगातार सामने आ रही है. पुलिस ने पिछले 3 महीने के अंदर लगभग 58 मामले थाने में दर्ज किये हैं और पुलिस ने इन सभी मामलों का सनहा अपने थाने में दर्ज करवाया है. दर्ज मामलों में स्मैक और गांजा के लगभग 43 पैकेट, शराब की 3 बोतलें, रोज फेंके जाने वाले खैनी और लगभग 10 मोबाइल, 5 कार्ड रीडर, तीन मेमोरी कार्ड और 3 सिम कार्ड समेत 58 मामले आपत्तिजनक सामान फेंके जाने का जिक्र है.
इस मामले की जानकारी देते हुए बेउर थाना के एसएचओ प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि बेउर जेल अधीक्षक द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन में लगभग 58 मामले हैं जिनमें जेल के अन्दर पश्चिमी और दक्षिणी भाग से बेउर जेल के अन्दर आपत्तिजनक सामान फेंके जाने की लिखित आवेदन दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमने सारे मामलों में सनहा अपने थाना में दर्ज किया है. साथ ही सुरक्षा के इंंतजाम भी किये हैं.
जेल की सुरक्षा के लिए बीएमपी के जवानो को बाहरी भाग में लगाया गया है, खासकर अधिकांश मामले जेल के टावर संख्या 6,7 और 8 की तरफ से ऐसे सामान फेंके जाने के आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, साथ ही जेल अधीक्षक ने भी सीसीटीवी लगाने के लिए गृह विभाग के पास प्रस्ताव भेजा है.
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…