NEWSPR डेस्क। भागलपुर ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में बिहार के अबतक 50 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ गयी है. वहीं 40 से अधिक लोग जख्मी हैं. भागलपुर में भी दर्जनों लोगों की मौत हुई है. जिले के सन्हौला प्रखंड के लापता 11 मजदूरों में आठ मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. शवों को मृतकों के पैतृक गांव भेजा जा चुका है. एक शव पर बिहार और झारखंड दोनों तरफ से दावे किए गए।
मिली जानकारी के अनुसार, ओडिशा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना में सन्हौला प्रखंड के लापता 11 मजदूरों में आठ मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. जिसका शव भी पैतृक गांव पहुंच चुका है, लेकिन अभी भी तीन मजदूरों का शव लापता है. बुधवार को सरमोद मंडल का शव शाम करीब 5 बजे गांव पहुंचा. कहलगांव गंगा घाट पर दाह-संस्कार कर दिया गया. वहीं, जफरा के भारत मुर्मू का शव सुबह के 3 बजे तथा अगेया संथाली टोला के रमेश मुर्मू और रवि मुर्मू का शव एक साथ बुधवार को 9 बजे पहुंचा।
वहीं, राकेश मुर्मू का शव बुधवार की शाम करीब 5 बजे गांव पहुंचा. इधर, शवों के दाह-संस्कार की तैयारी चल ही रही थी कि रमेश मुर्मू के शव पर (झारखंड ) गोड्डा के लोग दावा करने लगे. शव को देखकर उसे अपना परिजन होने का दावा वो करने लगे. जिससे सभी शवों का दाह-संस्कार रोका गया. गोड्डा के कुछ लोग शव का शिनाख्त करने अगेया के लिए रवाना हुए. इस घटना से ग्रामीणों में और भी कोहराम मचा हुआ है. इस घटना को देखते हुए गांव में सनोखर पुलिस की तैनाती है.
बता दें कि इससे पहले 7 लोगों के शवों को भागलपुर लाया जा चुका था. इनमें सन्हौला थाना क्षेत्र के महियामा गांव के तीन, खरीक के राघोपुर गांव के एक तो सनोखर के 7 में 3 मृतकों के शव भागलपुर लाए जा चुके थे. सनोखर के सरमोद कुमार के शव की पहचान में काफी समस्या आयी थी. डीएनए टेस्ट कराने के बाद ही उसकी पहचान हो सकी थी.