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देवउठनी एकादशी के पावन पर्व पर JDU ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवास्तव ने दी शुभकामनाएं

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NEWSPR डेस्क। साल भर में पड़ने वाली 24 एकादशियों में कार्तिक मास के शुक्लपक्ष में पड़ने वाली देवउठनी एकादशी का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है, इस साल देवउठनी एकादशी एवं तुलसी विवाह का पावन पर्व आज यानि 4 नवंबर, 2022 को है। देवउठनी एकादशी को बहुत ज्यादा शुभ और फलदायी माना गया है। ऐसे में आज देश के तमान नेताओं ने देवउठनी एकादशी एवं तुलसी विवाह की हार्दिक शुभकामनाएं दी है।

JDU ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवास्तव ने दी बधाई :

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JDU ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवास्तव ने प्रदेश वासियों को बधाई व शुभकामना देते हुए अपने संदेश में लिखा- देवोत्थान एकादशी व तुलसी विवाह की सभी प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। जगत पालक भगवान विष्णु और माता तुलसी की कृपा से सभी का जीवन सुख-शांति एवं समृद्धि से परिपूर्ण हो। संपूर्ण सृष्टि में आरोग्यता का वास हो।

बता दें कि, देवउठनी एकादशी को हरि प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दीपावली के बाद आने वाली एकादशी के दिन पूरे चार महीने बाद योगनिद्रा से भगवान विष्णु जागते हैं, इसीलिए इसे देवोत्थान एकादशी कहा गया है। इस दिन भगवान विष्णु के भक्त व्रत रखते हैं और उनकी विशेष पूजा-अर्चना करते है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जिस मनोरथ का फल त्रिलोक में ना मिल सके वह देवोत्थान एकादशी का व्रत करके प्राप्त किया जा सकता है, देवोत्थान एकादशी से पूर्णिमा तक भगवान शालिग्राम एवं तुलसी माता का विवोहत्सव का पर्व मनाया जाता है।

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