NEWSPR / DESK : 12 दिन बीत जाने के बाद भी रिम्स के आउटसोर्सिंग कर्मियों को उनका वेतन नहीं दिया गया है। आंदोलन के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने टीएनएम कंपनी को 24 घंटों के अंदर वेतन भुगतान करने कहा था। अब तक उन्हें वेतन नहीं मिला। आउटसोर्स कर्मियों ने मंगलवार को फिर स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगाई। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों की कमी थी जिसे देखते हुए 858 लोगों को नियुक्त किया गया था। 2 महीने लगातार कर्मियों से काम लिया गया और फिर उन्हें हटा दिया गया। अब तक उनको वेतन का भुगतान नहीं हुआ। उनकी आर्थिक हालत खराब है।
वर्तमान में 300 आउटसोर्सिंग कर्मी हैं कार्यरतनियुक्त किये गए 858 कर्मियों में से 300 आउटसोर्स कर्मी ही काम कर रहे हैं। बाकी कृमियों को हटा दिया गया है। अभी जो काम कर रहे हैं, उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता कि पैसे मिलेंगे भी या नहीं। अगर पैसे नहीं देने है तो हमें साफ-साफ बता दिया जाए। हम बिना मतलब का अपना समय खराब क्यों कर रहे हैं। आउटसोर्सिंग कर्मचारी कई बार आला अधिकारियों से लेकर सरकार तक से वेतन भुगतान की मांग कर चुके हैं, बावजूद इसके कोई सुनवाई नहीं हो रही।
टी एंड एम कंपनी ने नियुक्त किया था कर्मियों को बता दें कि हटाये गए कर्मी वेतन की मांग को लेकर 21 जून से तीन दिन तक जमकर हंगामा किया था। 24 जून को स्वास्थ्य मंत्री ने टीएंडएम कंपनी और कर्मियों के बीच वार्ता कराई थ जिसमें 24 घंटे के अंदर वेतन देने को कहा गया था। इन कर्मियों को रिम्स में टीएंडएम आउटसोर्स एजेंसी ने बहाल किया था। वेतन नहीं मिलने से उनकी हालत खराब है।