NEWS PR DESK- हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए
पंचांग- 27 अगस्त 2025
विक्रम संवत- 2082, कालयुक्त
शक सम्वत- 2647, विश्वावसु
पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
अमांत- वैशाख
तिथि
चतुर्थी – 03:44 पी एम तक
पञ्चमी
पंचांग- 27 अगस्त 2025
विक्रम संवत- 2082, कालयुक्त
शक सम्वत- 2647, विश्वावसु
पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
अमांत- वैशाख
तिथि
चतुर्थी – 03:44 पी एम तक
पञ्चमी
नक्षत्र
हस्त – 06:04 ए एम तक
चित्रा
योग
शुभ – 12:35 पी एम तक
शुक्ल
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय- 05:57 ए एम
सूर्यास्त – 06:48 पी एम
चन्द्रोदय- 09:28 ए एम
चन्द्रास्त- 08:57 पी एम