NEWSPR DESK- भाजपा नेता व वार्ड 22बी की पार्षद सुचित्रा सिंह के पति निलेश मुखिया की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी पप्पू राय और उसके भाई धप्पू राय ने शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पिछले डेढ़ साल से दोनों भाई फरार चल रहे थे। कुर्जी स्थित दोनों के घर की पुलिस कुर्की जब्ती भी कर चुकी थी। अब पाटलीपुत्र थाने की पुलिस दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
मालूम हो कि कुर्जी गेट नंबर 66 के पास निलेश मुखिया का घर है। पाटलीपुत्र में लोयला स्कूल के पास इनका ऑफिस है। 31 जुलाई 23 को निलेश मुखिया अपनी कार से घर से ऑफिस के लिए निकले थे। ऑफिस के पास घात लगाए बाइक सवार शूटरों ने उनके उपर गोलियों की बौछार कर दी। तत्काल उन्हें इलाज के लिए रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली ले जाया गया जहां इलाज के दौरान 23 अगस्त 23 को उनकी मौत हो गई।
20 लाख की सुपारी देकर पटना सिटी के शूटरों से कराई गई थी हत्या
निलेश मुखिया हत्याकांड में साजिशकर्ता और शूटरों की गिरफ्तारी के बाद यह बात सामने आई कि 20 लाख की सुपारी देकर पटना सिटी के शूटरों से हत्या करवाई गई थी। निलेश मुखिया का पप्पू, धप्पू राय से पुरानी अदावत थी। इधर अजय राय से भी निलेश मुखिया का अनबन हो गया। इसके बाद अजय राय ने पप्पू, धप्पू और गोरख से नजदीकी बना ली। इसके बाद दोनों गुट ने मिलकर निलेश के हत्या की साजिश रची। इसके लिए पप्पू राय ने अजय को शूटरों को देने के लिए 25 लाख रुपए दिए। अजय ने अपने दोस्तों की मदद से पटना सिटी के इमरान उर्फ लल्लु से संपर्क किया और उसे 5.50 लाख की सुपारी देकर निलेश की हत्या करवा दी। शेष रुपया अजय राय, उदय राय और संतोष ने आपस में बांट लिए। पूर्व में गोरख राय को पुलिस गिरफ्तार की थी जो अब जमानत पर बहार है। फिलहाल इस मामले में एजाजुद्दीन, नसीरुद्दीन सहित अन्य फरार चल रहा है।