NEWSPR डेस्क। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद पप्पू यादव काफी समय से जेल में हैं। 32 साल पुराने एक अपहरण मामले में पप्पू यादव को कई महीने पहले गिरफ्तार किया गया था। वहीं अभी तक उन्हें बेल नहीं मिल पा रही है। अब उनकी रिहाई को लेकर जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने अपना बयान जारी किया है। उन्होनें कहा कि सरकार ने सअपनी नाकामियों को छुपाने के लिए जानबूझ कर पप्पू यादव को जेल भेज दिया है। आज बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं, लेकिन बिहार की सरकार और विपक्ष के लिए ये कोई मुद्दा नहीं है।
कोरोना काल के मृतकों को आज तक मुआवजा नहीं मिला। प्रदेश में अपराधियों का तांडव जारी है। ऐसी कई नाकामियों को छुपाने के लिए जामनती धारा में भी श्री पप्पू यादव को जेल में रखना गहरी राजनीतिक साजिश है। लेकिन यह झूठा षड्यंत्र, गरीबों के मसीहा पप्पु यादव जी को निकलने से नहीं रोक सकता। दानवीर ने कहा कि कोरोना काल में जब सरकार का नामोनिशान नहीं था। सरकार के लोग एंबुलेंस चोरी कर रहे थे। ऑक्सीजन की कालाबाजारी हो रही थी। दवाओं को आम आदमी की पहुंच से दूर कर दिया गया। उस वक्त जनता हताश और निराश थी, जिसकी तस्वीर दुनिया ने देखी। उस वक्त पप्पू यादव ने लोगों की सेवा की और सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाने का काम किया।
इसी कारण उन्हें जानबूझ कर प्रदेश की सरकार द्वारा जेल भेज दिया गया। उनके जेल जाने के बाद जलप्रलय, अपराधियों का तांडव जारी है। कोरोना से उजड़े परिवारों को कोई सहायता नहीं मिली। कहीं यह सवाल न उठा, न बवाल मचा। आज भले रोड शो की लड़ाई, घर की लड़ाई मुद्दा है, मगर इन जालिम नेताओं के लिए जनता का शोषण कोई मसला नहीं। यही वजह है कि शोषण के बाद भी आम जनता की आवाज दबी हुई है। ऐसे में जनता को भी अपने मसीहा पप्पू यादव का इंतजार है। लेकिन षड्यंत्र कारियों को समझ लेना चाहिए कि सच झुक सकता है, परास्त नहीं।