NEWSPR डेस्क। बिहार विद्युत नियामक आयोग ने मार्च में यह घोषणा की थी कि वो वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राज्य के लगभग 1.7 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को उनके वार्षिक बिजली शुल्क में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं करेगी। पर उन्होंने ऐसा नहीं किया। लगातार बिजली दर में बढ़ोतरी से लोग काफी परेशान हैं। इसे लेकर पटना में आप ने जनमत संग्रह कार्यक्रम शुरू किया है।
वहीं बिजली कंपनियों ने आयोग के फैसले को फिर से पुनर्विचार करने के लिए कहा है। जिसे बिहार विद्युत नियामक आयोग ने स्वीकार करते हुए 24 जून को जनसुनवायी के लिए एक तिथि तय की है। आम आदमी पार्टी, बिहार में इसका विरोध कर रही है। आम आदमी पार्टी, मीडिया सेल ने पूरे बिहार में जनता के बीच जाकर जनमत संग्रह कराने की घोषणा की है।
इसी क्रम में आज पटना के गांधी मैदान के पास जनमत संग्रह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बब्लू प्रकाश ने की। कार्यक्रम के दौरान बिहार की जनता से राज्य में प्रस्तावित बिजली दर के मुद्दे पर उनके विचार लिए गए। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पटना के लोगों ने हिस्सा लिया। जनमत संग्रह के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने माना कि बिहार जैसे गरीब प्रदेश में जनता के उपर अतिरिक्त बिजली दर का बोझ डालना किसी प्रकार से उचित नहीं है। जबकि बिहार के अलावा कई विकसित राज्यों जैसे, गुजरात, गोवा, उत्तराखंड, तमिलनाडु जैसे राज्यों में बिजली दर यहॉं से काफी कम है।
इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश मीडिया समन्वयक राजेश सिन्हा, पटना (पूर्वी तथा पश्चिमी) जिला के प्रभारी क्रमशः श्रीवत्स पुरूषोत्म तथा सुनिल यादव, जोनल प्रभारी उमा दफतुआर, सह मीडिया समन्वयक नवनीत झा, महेन्द्रपाल सिंह, चंद्रभूषण कुमार, सुनील यादव, अविनाश कुमार, प्रेम प्रकाश ट, लखीसराय जिला की प्रभारी डा. नूतन पटेल, दिव्यांशु शेखर, धनेश्वर राम, राहुल कुमार, कार्यालय प्रभारी कृष्णमुरी गुप्ता आदि विशेष रुप से शामिल थे।