NEWSPR डेस्क। बिहार की राजधानी पटना के पीएमसीएच में एमबीबीएस इंटर्न डॉक्टरों ने आज सांकेतिक हड़ताल किया। डॉक्टर वेतन वृद्धि की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार कर दिया। इसकी वजह से ओपीडी और कुछ अन्य विभागों में आने वाले मरीजों के इलाज में बाधा आ रही है। इसके अलावा राज्यभर के मेडिकल इंटर्न डॉक्टर हड़ताल पर रहे।
इंटर्न डॉक्टरों का कहना हैं कि अभी मात्र 15 हजार प्रतिमाह के हिसाब से स्टाइपेंड दिया जा रहा है। प्रतिदिन का हिसाब लगाया जाये तो 500 रुपये होते हैं, जो एक राजमिस्त्री से भी कम है। सरकार की ओर से पिछले 4 वर्षो से स्टाइपेंड का पुनरीक्षण नहीं किया गया है जबकि प्रत्येक 3 साल पर स्टाइपेंड बढ़ाने का प्रावधान है।
इस मंहगाई को देखते हुए तथा पिछले कई वर्षों से रूका हुए स्टाइपेंड राशि में अपेक्षित वृद्धि की मांग को मद्देनजर रखते हुए , हमारा स्टाइपेंड ₹15000 से बढ़ाकर कम से कम एक समानजनक राशि ₹35000 प्रतिमाह किया जाए । विगत वर्ष आईजीआईएमएस के इंटर्न डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने से उनकी मांग तुरंत ही स्वीकार कर ली गई थी, फिर हमारे साथ यह भेदभाव क्यों ?
देश के कई राज्यों में इंटर्न की मिलने वाली राशि ₹ 36000 से ज्यादा है । इस संबंध मे हमलोग स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव से मिल चुके हैं लेकिन उनके नकारत्मक रवैया के हमलोग को विरोध करना पर रहा है । अगर हमलोग का मांग पूरी नहीं हुई तो हमलोग ओपीडी और emegency सुविधाओं को बंद करने के लिए बाध्य हो जाएंगे , जिसकी पूरी जिमेदारी सरकार की होगी ।