पटना में मेट्रो दौड़ने की उलटी गिनती शुरू, सितंबर में हो सकता है शुभारंभ!

Jyoti Sinha

सूत्रों के अनुसार, बिहार की राजधानी पटना अब मेट्रो शहर बनने के क़रीब है। करीब 14,000 करोड़ रुपये की लागत वाली पटना मेट्रो परियोजना पर राज्य और केंद्र सरकार 20-20 प्रतिशत खर्च कर रही हैं, जबकि शेष धनराशि जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (JICA) से मिली है।

सितंबर में उद्घाटन की तैयारी
नगर विकास मंत्री एवं भाजपा नेता जीवेश कुमार के मुताबिक, मेट्रो का संचालन इसी सितंबर से शुरू किया जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29-30 सितंबर के आसपास पटना आकर इसका उद्घाटन कर सकते हैं। हाल ही में पीएम मोदी ने 15 सितंबर को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था।

ट्रायल और तकनीकी परीक्षण पूरे
जानकारी के मुताबिक, मेट्रो का ट्रायल 3, 7 और 17 सितंबर को हुआ। 17 सितंबर को आईएसबीटी से भूतनाथ स्टेशन तक ट्रेन को 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक पर चलाकर तकनीकी परीक्षण पूरा किया गया। इससे पहले 3 सितंबर को ट्रेन डिपो में ट्रायल किया गया था।

ब्लू लाइन से होगी शुरुआत
पटना मेट्रो का पहला परिचालन ब्लू लाइन कॉरिडोर से होगा, जिसमें कुल 12 स्टेशन होंगे। इनमें पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, साइंस कॉलेज, मोइनुल हक स्टेडियम, राजेंद्र नगर, मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और आईएसबीटी शामिल हैं। यह लाइन पटना जंक्शन से आईएसबीटी तक चलेगी।

रेड लाइन कॉरिडोर की योजना
इसके अलावा, रेड लाइन कॉरिडोर में 14 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इनमें दानापुर कैंट, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, राजा बाजार, चिड़ियाघर, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना जंक्शन, मीठापुर, रामकृष्ण नगर, जगनपुरा और खेमनीचक शामिल होंगे। पटना जंक्शन और खेमनीचक दोनों को इंटरचेंज स्टेशन बनाया जाएगा, जहां यात्री ब्लू और रेड लाइन के बीच आसानी से सफर बदल सकेंगे।

यातायात और शहरीकरण को बढ़ावा
विशेषज्ञों का मानना है कि पटना मेट्रो शुरू होने के बाद यातायात दबाव कम होगा, शहर का शहरीकरण गति पकड़ेगा और निवेश के नए अवसर भी खुलेंगे। ब्लू और रेड लाइन के साथ पटना देश के आधुनिक मेट्रो शहरों की सूची में शामिल होने जा रहा है।

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