बिहार के सबसे बड़े कार्यालय में आग लगना जांच का विषय, राजद ने उठाये सवाल,कहा- मामले की जांच जरूरी, सातवें फ्लोर का CM जल्द करने वाले थे उद्घाटन

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। विश्वेश्वरैया भवन में सुबह भीषण अगलगी की भयावहता को इसी से समझा जा सकता है कि इस पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ की टीम को लगाना पड़ा। फायर ब्रिगेड की टीम तमाम प्रयासों के बावजूद आग को नियंत्रित नहीं कर पा रही थी। इसके बाद एयरपोर्ट से खास फायर इंजन मंगाया गया। भवन में हाल में ही 7वें फ्लोर का निर्माण किया गया था। इस मंजिल का 11 मई 2022 को ही मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के हाथों उद्घाटन होना था। लेकिन यह मंजिल भीषण अग्निकांड में तबाह हो गई है।

भवन से रह रह कर आग की लपटों का निकलना जारी है। ऐसे में आग पर काबू पाने में जुटी टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पहले भवन में लगी आग पर काबू पाने का दावा किया गया था, लेकिन उसके कुछ ही देर बाद बिल्डिंग के दूसरी तरफ से आग की लपटों का निकलना शुरू हो गया। नवनिर्मित सातवें फ्लोर में कई विभागों का कार्यालय बनना था, लेकिन आग में तबाह होने के कारण फिलहाल यह संभव नहीं हो सकेगा। इससे पहले पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने भवन में रेनोवेशन का काम चलने की बात कही साथ ही शॉर्ट सर्किट से आग लगने और उसके फैलाव की बात कही।

भवन में आग लगने से कई फ्लोर तबाह हो गए हैं। इससे काफी नुकसान हुआ है। इस हादसे में नवनिर्मित सातवां फ्लोर भी बर्बाद हो गया। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भवन में कैसे आग लगी या फिर आग लगाई गई, यह जांच का विषय है। सरकार और विभाग के मंत्री को इस पर जवाब देना चाहिए कि आग कैसे लगी और इसका दोषी कौन है। विपक्ष द्वारा आग की घटना पर सवाल उठाए जाने पर मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि जिस संस्कृति और जिस सोच के साथ प्रतिपक्ष ने काम किया है, वह वैसा ही सोचते हैं।

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