NEWSPR डेस्क। पटना डीएसपी के बेटे की हत्या के आरोप में सत्यनारायण सिंह को गिरफ्तार किया था मामला 2001 में एक डीएसपी के बेटे की हत्या हो गई थी। उसी मामले में सत्यनारायण सिंह को राजीवनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 11 महीने जेल में रहने के बाद जनवरी में वह जेल से बाहर आया था।
उसके खिलाफ पटना में लगभग 23 मामले दर्ज हैं। 11 मामले सिर्फ राजीवनगर थाने में दर्ज हैं। सिटी एसपी विनय तिवारी ने कहा कि सत्यनारायण सिंह से जुड़े सभी मामलों को खंगाला जा रहा है। उसकी राइफल के लाइसेंस को कैंसिल कराने के लिए जिला प्रशासन को लिखा जाएगा।
हत्याकांड का आराेपी 11 माह तक जेल में रहने के बाद जनवरी में जमानत पर बाहर आया और शनिवार रात पुलिस ने उसे दूसरे की जमीन पर कब्जा करने के आराेप में गिरफ्तार कर लिया। राजीवनगर थाने की पुलिस ने आराेपी सत्यनारायण सिंह को पूछताछ के बाद रविवार काे जेल भेज दिया।
रामजीचक दीघा के रंजन सिंह की लिखित शिकायत पर शनिवार रात ही सत्यनारायण सिंह, उसके बेटे सुनील सिंह सहित सात लोगों पर केस दर्ज किया गया था। इन पर उपद्रव करने, घातक हथियार का इस्तेमाल करने, जबरन वसूली करने और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
थानेदार सरोज कुमार ने कहा कि सत्यनारायण सिंह गांधी नगर स्थित 26 कट्ठा 11 धूर के एक भूखंड पर हथियार के बल पर कब्जा कर रहा था। उसके बेटे और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
डिंपी सिंह और रंजन सिंह शनिवार को सिटी एसपी विनय तिवारी से मिलने पहुंचे थे। इन लोगों ने एक वीडियो सिटी एसपी को दिया। वीडियो में सत्यनारायण सिंह और उसके लोग एक जमीन पर निर्माण करा रहे हैं।
डिंपी सिंह ने कहा कि हमारी जमीन का अतिक्रमण किया जा रहा है। जब हमने मना किया तो सत्यनारायण सिंह के लोगों ने हथियार लहराते हुए धमकाया और पीछा किया। शिकायत सुनने के बाद सिटी एसपी ने जांच का आदेश दिया और देर रात कार्रवाई हुई।