NEWSPR डेस्क। सरकार अपनी कुछ योजना गरीब व निसहाय लोगो के हित और उसके जीवन-यापन के लिए भले ही लागू करती है लेकिन यंहा अब भी कई ऐसे लोग है जो की गरीबो का यह निबाला छीनकर अपनी जेबें भरने में लगे है। बात करें जन वितरण प्रणाली की तो अब भी यहां कई ऐसे विक्रेता हैं जो गरीबों का हक गायब कर अपना जेब और पेट दोनों भरते हैं जो अनाज उन गरीब लोगों के लिए सरकार द्वारा मुहैया करवाई जाती है, लेकिन कुछ जन-वितरण प्रणाली के दुकानदार बिचौलियों से मिलकर सरकार द्वारा दी जा रही गरीबो के लिए राशन यानी नेवाले को भी बेच देता है।
अब ऐसा ही एक मामला गायघाट प्रखण्ड के जमालपुर कोदई के पैक्स डीलर का है, जंहा ग्रामीणों को शक हुआ कि उनका निबाला कालाबाजारी के लिए कंही जा रहा है। इसी पर लोगों ने गायघाट थाना अंतर्गत पिरौछा चौक के समीप वाहन को पकड़ा जो अनाज को लोड कर कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था.। जानकारी के अनुसार वैन पर लग्भग 36 बोरा गेहूं लोड कर कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था। लोगों ने इसकी सूचना गायघाट पुलिस को दी, सूचना मिलते ही पुलिस ने अनाज लदे पिकअप वैन को जब्त कर लिया।
इस सम्बंध में गायघाट प्रभारी एमओ नीतीश कुमार से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि आरोपी डीलर के खिलाफ FIR की कवायद की जा रही है। आरोपी पैक्स डीलर नवीन कुमार जमालपुर कोदई का बताया गया है। वहीं पूरे मामले में अपर अनुमंडल पूर्वी पदाधिकारी मनीषा ने बताया कि यह मामला गंभीर है और इसको लेकर हम जानकारी जुटा रहे हैं और अब जो भी तथ्य अनाज की कालाबाजारी करने वाले के खिलाफ में शिकायत मिली है करवाई किया जायेगा हम इसकी जांच एमओ के द्वारा जांच शुरू करवा कर करवाई किया जायेगा।
अब जरा सोचिए क्या गरीबों की निवाला बाजार में बेचना सही है, ये कोई नई बात नहीं है क्योंकि आये दिन इस तरह का मामला सूबे के किसी न किसी क्षेत्र से सामने आते रहता है। लेकिन सरकार अबतक इसपर कोई ठोस पहल करते नही दिखी है। आखिर कैसे बिक जाती है, सरकारी अनाज?.