_पूर्वी चम्पारण,मोतिहारी ज़िले के मधुबन,प्रेसवार्ता की जन सुराज पदयात्रा के 85वें दिन की शुरुआत पूर्वी चम्पारण, मोतिहारी के मधुबन स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रशांत किशोर ने स्थानीय मीडिया से बात की। प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 1000 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 350 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं। शिवहर में वे 8 दिन रुकें और अलग-अलग गांवों-प्रखंडों में गए। शिवहर में उन्होंने 140 किमी से अधिक की पदयात्रा की।
BSSC पेपर लीक मामले में प्रशांत किशोर ने कहा कि यह रोजमर्रा की घटना बन गई है। पिछले बार भी जब BPSC की पेपर लीक हो गई थी तब बहुत सारे छात्रों ने मुझसे कहा था कि आप इसपर कुछ बोलिए, ट्वीट कीजिए। पिछले 10 सालों में 60 से ज्यादा अलग-अलग परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। इस पर कोई जवाबदेही तय नहीं कर रहा है। पिछली बार BPSC पेपर लीक मामले में जिसे दोषी पाया गया उसके साथ कुछ दिनों बाद ही बड़े मंत्रियों के साथ बड़े-बड़े फोटो अखबार में छपे। शिक्षा मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री सबकी साठ-गाँठ से ही यह हो रहा है। बिहार में प्रश्न-पत्र का लीक होना कोई न्यूज नहीं है। हां! बिना प्रश्न-पत्र लीक हुए परीक्षा हो जाए, वो जरूर न्यूज है।
नीतीश कुमार के 2025 में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाले बयान पर प्रशांत किशोर ने कहा कि आज राजद महागठबंधन में सबसे बड़े दल के तौर पर है। नीतीश जी को आज ही तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए ताकि बिहार की पूरी जनता तेजस्वी की काबिलियत को देख सके। तेजस्वी के पास भी 3 साल काम करने का अवसर रहेगा। बिहार की जनता भी देख सकेगी कि तीन वर्षो में तेजस्वी यादव कितना काम कर पाते है? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं। उम्र उन पर हावी है और वे सामाजिक और राजनीतिक तौर पर हताश हो चुके हैं, इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं।
बिहार में किसानों की बदहाली पर बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा यहां का खाद तस्करी कर नेपाल में ट्रांसफर किया जा रहा है। जैसे-जैसे मैं नेपाल बॉर्डर के करीब पहुंच रहा हूं, वैसे-वैसे यूरिया के ब्लैक मार्केट का रेट ₹600 से बढ़कर ₹900 और कुछ इलाकों में तो 1100 से 1200 रुपए में यूरिया खरीद रहे हैं और यह एक बहुत बड़ी तात्कालिक समस्या है। सिंचाई की अनुपलब्धता किसानों के लिए एक बड़ी समस्या है। फसलों का उचित दाम न मिलना किसानो के लिए समस्या पैदा कर रहा है। समर्थन मूल्य की चर्चा बिहार में बहुत कम सुनने को मिलता है। बिहार में 13% धान और केवल 1 प्रतिशत गेंहू खरीदा गया है। दूसरे राज्यों में 70% से ज्यादा धान और गेहूं समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा खरीदा जा रहा है। मौजूदा समय में बिहार में 91% किसानों के पास 1 हेक्टेयर से कम जमीन है और लगभग 60% लोग भूमिहीन है।
करते हुए प्रशांत किशोर ने वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं बिहार के गांव और पंचायतों में जितना घूम रहा हूं, मैं पा रहा हूं कि सीएचसी-पीएचसी सिर्फ कागजों पर उपलब्ध है। बिहार के स्वास्थ केंद्र में जहां डॉक्टर, दवा, रोगी और कंपाउंडर होना चाहिए वहा कुछ भी नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव। इन लोगों ने इतना बढ़िया काम किया है कि स्वास्थ्य सेवा को बिल्कुल ही समेट दिया है।
बिहारियों के लिए बेहतर इलाज एक सपना सा हो गया है। आज ज्यादातर स्वास्थ्य सेवा केंद्र का इस्तेमाल गाय, भैंस बांधने के लिए किया जा रहा है। वक़्त के साथ ये जंगल में तब्दील हो गया है।