बिहार के एक स्कूल में शिक्षा के नाम पर खिलवाड़, एक ही ब्लैक बोर्ड पर हो रही दो भाषाओं की पढ़ाई

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। भाषा के नाम पर आपने लड़ते देखा होगा, लेकिन ऐसा प्यार कभी नहीं देखा होगा कि एक ब्लैक बोर्ड पर दो भाषाओं (हिंदी एवं उर्दू) की पढ़ाई एक साथ हो रही हो। हालांकि इससे बच्चों की पढाई का नुकसान हो रहा है। यह अविश्सनीय नजारा आपको बिहार राज्य के कटिहार जिलांतर्गत मनिहारी के उर्दू प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिल सकता है। इस स्कूल में शिक्षक बच्चों को एक ही कमरे में पांच अलग-अलग वर्गों की पढ़ाई करा रहे हैं।

समय बदला, पीढ़ियां बदलीं, सरकारें भी बदलीं लेकिन नहीं बदली तो इस विद्यालय की तस्वीर। यहां आज भी अनोखे अंदाज में पढ़ाई होती है। स्कूल के एक कमरे के एक ब्लैक बोर्ड पर दो शिक्षक और शिक्षिका एक साथ बच्चों को पढ़ाते हैं। बताया जाता है कि वर्ष 1957 में मनिहारी नगर क्षेत्र के वार्ड संख्या 14 में इस विद्यालय की स्थापना हुई थी। प्राथमिक विद्यालय जर्जर होने के बाद वर्ष 2017 में शिक्षा विभाग के निर्देश पर इसे वार्ड 09 स्थित आदर्श मध्य विद्यालय आजमपुरगोला में मर्ज कर दिया गया।

उर्दू प्राथमिक विद्यालय के लिए यहां सिर्फ एक कमरा मिला है, जिसमें पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चों की पढ़ाई कराई जाती है। 2017 से अब 2022 आ गया लेकिन इस स्कूल की सूरत नहीं बदली। आज भी एक ही कमरे में तीन शिक्षक एक साथ बैठकर एक ही ब्लैक बोर्ड पर एक से पांच तक के बच्चों को पढ़ाते हैं। बोर्ड के एक किनारे में हिंदी की शिक्षिका पढ़ाती नजर आती हैं तो बोर्ड के दूसरी तरफ एक शिक्षक उर्दू पढ़ाते नजर आते हैं। वहीं तीसरी शिक्षिका बच्चो को शांति से पढ़ने की हिदायत देती नजर आती है।

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