सदर अस्पताल में लोगों की जिंदगी से हो रहा खिलवाड़, बिना सर्जन डॉक्टर की गैरमौजूदगी में ओ0टी0 सहायक, ओ0टी0 परिचारी ओर कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर के द्वारा महिलाओं का किया जा रहा था बधियाकरण, ऑपरेशन, परिजनों को जानकारी मिलते ही किया हंगामा

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मुंगेर सदर अस्पताल में शुक्रवार की दोपहर सर्जन चिकित्सक की गैरमौजूदगी में ओटी असिस्टेंट तथा नर्स और परिचारी की मौजूदगी में 03 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन कर दिए जाने के बाद परिजनों ने ऑपरेशन थियेटर के बाहर जमकर हंगामा किया। हंगामा की सूचना पर डीपीएम मो.नसीम रजी, अस्पताल उपाधीक्षक डा.रमण कुमार ओटी पहुंचे और मामले की जानकारी ली। इस संबंध में परिजनों ने लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए इसे मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ बताया गया है। साथ ही इस मामले में सीसीटीवी फुटेज से मरीज और सर्जन तथा एनेस्थेटिक डाक्टर के ऑपरेशन थियेटर में प्रवेश के टाइमिंग की जांच कर दोषी कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।

दरअसल शुक्रवार को 16 महिलाओं का बंध्याकरण सर्जन डा.निर्मला गुप्ता द्वारा किया जाना था। इस बीच 3 महिलाओं को ऑपरेशन के लिए तैयार कर दोपहर 1.15 बजे ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। महिलाओं के परिजन ओटी गेट के बाहर खड़े होकर दरवाजा के दरार से ओटी में चल रहे शल्य क्रिया का नजारा देख रहे थे। परिजनों ने जब डा.निर्मला गुप्ता की गैर मौजूदगी में ओटी असिस्टेंट मनीष कुमार, नर्स संगीता कुमारी, परिचारी रविन्द्र कुमार तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर दक्ष कुमार द्वारा ओटी के अंदर महिला मरीजों का ऑपरेशन करते दरवाजा के दरार से देखा तो परिजन हंगामा करने लगे।

हंगामा की सूचना पर कुछ मीडिया कर्मी वहां पहुंच गए। उस समय तक सान्या प्रवीण, पूजा कुमारी और किरण देवी का ऑपरेशन असिस्टेंट सहायक द्वारा कर दिया गया था। हंगामा की सूचना पर दोपहर करीब 2.05 बजे डा.निर्मला गुप्ता और एनेस्थेटिक डा.रौशन कुमार ओटी पहुंचे। परिजन अस्पताल प्रबंधन पर मरीज की जान के साथ खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा करने लगे।

वहां मौजूद आशा कार्यकर्ताओं का कहना था कि एक तरफ उन लोगों पर बंध्याकरण के लिए दबाव बनाया जाता है। वहीं बंध्याकरण करानी वाली महिलाओं की जान के साथ अस्पताल खिलवाड़ करता है। ऐसे में वे लोग ऑपरेशन कैसे कराएंगी।
हंगामा की सूचना पर डीपीएम मो.नसीम रजी तथा अस्पताल उपाधीक्षक डा. रमण कुमार ऑपरेशन थियेटर पहुंचे। उपाधीक्षकों ने इस संबंध में जांच के लिए परिजनों से आवेदन देने को कहा। परिजनों ने आवेदन देकर सीसीटीवी फुटेज से महिला सर्जन के ओटी में प्रवेश तथा मरीजों के प्रवेश के समय की जांच करा कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।

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