पीएमसीएच के डॉक्टर अजय को मिली जमानत, अगलगी की घटना में मिले थे लाखों जले नोट…

Patna Desk

राजधानी पटना से इस वक़्त की एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। जहाँ पटना सिविल ने पीएमसीएच के डॉक्टर अजय को जमानत दे दी है। 7 जनवरी को पीएमसीएच के चाणक्य हॉस्टल के कमरा नम्बर LR-42 में अगलगी की घटना हुई थी। जिसके बाद फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुँच कर आग पर काबू पा लिया गया था। जिसके दूसरे दिन डॉक्टर अजय के कमरे से आधी शराब की बोतल, 10 से 12 लाख के जले हुए नोट, आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के जले और अर्धजले ओएमआर सीट, दर्जनों छात्रों के एडमिट कार्ड सहित मोबाइल फोन बरामद हुए थे। हालांकि डॉक्टर अजय पहले ही फरार हो गया था। वही इस मामले में सीबीआई की टीम ने भी टीओपी प्रभारी से डॉक्टर अजय के बारे में जानकारी ली थी और निर्देश दिया था कि किसी तरह की अगर जानकारी मिलती है तो सीबीआई से जानकारी को साझा करें।वही 23 जनवरी को गुप्त सूचना के आधार पर पीएमसीएच के हथुआ वार्ड से टीओपी प्रभारी शुभम कुमार ने डॉक्टर अजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

हालांकि डॉक्टर अजय पर पीरबहोर थाना में दो केस दर्ज किया था जो कि पहला के शराब बरामद मामले में हुई थी वही दूसरा केस जो कि पीरबहोर थाने में ही दर्ज हुआ था जिसमे जले हुए नोट, आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के जले हुए ओएमआर शीट सैकड़ो छात्रों का एडमिट कार्ड को लेकर हुआ था वही शराब मामले में डॉक्टर अजय को जमानत मिल गई है वही दूसरे मामले में कोर्ट ने 5 फरवरी तक स्टे (यानी गिरफ्तारी पर रोक) लगा दिया है। आपको बता दें कि डॉक्टर अजय समस्तीपुर जिला का रहने वाला है। और प्लास्टिक सर्जरी से 2022 में पीजी पास कर चुका था, जिसके बाद भी डॉक्टर अजय ने LR-42, LR-8 और 625 नम्बर कमरों को अवैध रूप से कब्जा कर रखा था।

ईओयू ने भी इस मामले में ली जानकारी-वही 28 जनवरी को ईओयू के अधिकारी ने टीओपी प्रभारी से फोन पर कई तरह से जानकारी ली है। कयास लगाया जा रहा है कि जल्द ही इस मामले को ईओयू अपने हाथों में लेकर जांच करेगी।

क्या था पूरा मामला-पीएमसीएच के चाणक्य हाॅस्टल में बीते 7 जनवरी के दिन दूसरे तल्ले पर मेडिकल स्टूडेंट अजय सिंह के रूम में आग लग गई थी। इसके बाद फायर ब्रिगेड के तीन गाड़ी मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया था। वही इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ था। उसके रूम से करीब 10-12 लाख के 500-500 और 100 – 100 के जले हुए नोट मिले हैं।

साथ ही नीट-पीजी के कई एडमिट कार्ड भी मिला था। इसके अलावा आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी का एमबीबीएस का जला हुआ ओएमआर शीट के साथ एक शराब की आधी खाली बोतल मिली थी।डॉक्टर अजय कुमार सिंह जो कि समस्तीपुर जिले का रहने वाला है। वह 2022 में पीजी पास कर चुका था, और यही नही बल्कि छठा तल्ला पर 625 रूम नम्बर का रूम, द्वितीय तल्ला पर जिसका रूम नम्बर नही लिखा हुआ था और ग्राउंड फ्लोर पर एक रूम है जो कि किसी दूसरे डॉक्टर के नाम पर अलॉट किया हुआ है कब्जा किये हुए था।*मोटी रकम लेकर एमबीबीएस और नीट यूजी में बैठाता था स्काॅलर*वही सूत्राें का कहना था कि अजय एमबीबीएस और नीट यूजी समेत अन्य मेडिकल काॅलेज में दाखिला कराने के लिए स्काॅलर काे बैठाता था। स्काॅलर बैठाकर अभ्यर्थियाें और उसके परिजनाें से माेटी रकम वसूल करता था। यही नहीं वह एमबीबीएस के इंटरनल एग्जाम में भी एमबीबीएस पास आउट काे बैठाकर मेडिकल स्टूडेंट काे पास कराता था।

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